Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Apr 2020 · 1 min read

आफत

ये आफत मेरे देश को फिर गुलाम कर गई ।
अन्नदाता खुद भूखे ,ज़िंदगानी कैद हो गई ।
– जय श्री सैनी ‘सायक’

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
369 Views
You may also like:
ख़्वाब
ख़्वाब
Gaurav Sharma
इंसान की सूरत में
इंसान की सूरत में
Dr fauzia Naseem shad
किरदार
किरदार
SAGAR
रंग भी रंगीन होते है तुम्हे छूकर
रंग भी रंगीन होते है तुम्हे छूकर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
वीर शहीदों की कुर्बानी...!!!!
वीर शहीदों की कुर्बानी...!!!!
साहित्य लेखन- एहसास और जज़्बात
समन्दर जैसे थे हम।
समन्दर जैसे थे हम।
Taj Mohammad
प्रेम कविता
प्रेम कविता
Rashmi Sanjay
मौसम
मौसम
Surya Barman
लड्डू गोपाल की पीड़ा
लड्डू गोपाल की पीड़ा
Satish Srijan
Writing Challenge- खाली (Empty)
Writing Challenge- खाली (Empty)
Sahityapedia
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
🙏माँ कूष्मांडा🙏
🙏माँ कूष्मांडा🙏
पंकज कुमार कर्ण
कोरोना
कोरोना
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
होली के त्यौहार पर तीन कुण्डलिया
होली के त्यौहार पर तीन कुण्डलिया
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तमसो मा ज्योतिर्गमय
तमसो मा ज्योतिर्गमय
Shekhar Chandra Mitra
प्यारी चिड़ियाँ
प्यारी चिड़ियाँ
RAJA KUMAR 'CHOURASIA'
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
अक्षत और चूहों की बस्ती
अक्षत और चूहों की बस्ती
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
मेरे खतों को अगर,तुम भी पढ़ लेते
मेरे खतों को अगर,तुम भी पढ़ लेते
gurudeenverma198
💐प्रेम कौतुक-355💐
💐प्रेम कौतुक-355💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अरमां (घमण्ड)
अरमां (घमण्ड)
umesh mehra
नरक चतुर्दशी
नरक चतुर्दशी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ठंडी क्या आफत है भाई
ठंडी क्या आफत है भाई
AJAY AMITABH SUMAN
*नैनीताल में नव वर्ष (हास्य कुंडलिया)*
*नैनीताल में नव वर्ष (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
तेरे इंतज़ार में
तेरे इंतज़ार में
Surinder blackpen
तुम  में  और  हम  में
तुम में और हम में
shabina. Naaz
Arj Kiya Hai...
Arj Kiya Hai...
Nitesh Kumar Srivastava
जीवनमंथन
जीवनमंथन
Shyam Sundar Subramanian
"ये याद रखना"
Dr. Kishan tandon kranti
■ कल का पूर्वानुमान
■ कल का पूर्वानुमान
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...