Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Oct 2016 · 1 min read

आप विश्व सिरमौर…: छंद कुण्डलिया

जय हिंद की सेना …
सेना दिवस १९ जुलाई…
(छंद कुंडलिया)

आतंकी अब कांपते, नहीं मिल रहा ठौर
भारतीय सेना नमन, आप विश्व सिरमौर.
आप विश्व सिरमौर, वीर सैनिक बलिदानी.
सदा दिलाते याद, ‘पाक’ पापी को नानी.
यद्यपि बहु प्रतिबन्ध लगाते नेता सनकी.
तब भी काम तमाम, झेल जाते आतंकी..

–इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव ‘अम्बर‘

186 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
बगिया* का पेड़ और भिखारिन बुढ़िया / MUSAFIR BAITHA
बगिया* का पेड़ और भिखारिन बुढ़िया / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
" मेरी प्यारी नींद"
Dr Meenu Poonia
भीम षोडशी
भीम षोडशी
SHAILESH MOHAN
क्या बोलूं
क्या बोलूं
Dr.Priya Soni Khare
शरद पूर्णिमा पर्व है,
शरद पूर्णिमा पर्व है,
Satish Srijan
✍️मौसम सर्द हुआ है✍️
✍️मौसम सर्द हुआ है✍️
'अशांत' शेखर
2697.*पूर्णिका*
2697.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक दिन
एक दिन
Ranjana Verma
గురువు
గురువు
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
कभी आंख मारना कभी फ्लाइंग किस ,
कभी आंख मारना कभी फ्लाइंग किस ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
एक छोरी काळती हमेशा जीव बाळती,
एक छोरी काळती हमेशा जीव बाळती,
प्रेमदास वसु सुरेखा
मुझे तारे पसंद हैं
मुझे तारे पसंद हैं
ruby kumari
जय माता की
जय माता की
Pooja Singh
मुक्तक
मुक्तक
पंकज कुमार कर्ण
आंसूओं की नमी का
आंसूओं की नमी का
Dr fauzia Naseem shad
# कभी कांटा , कभी गुलाब ......
# कभी कांटा , कभी गुलाब ......
Chinta netam " मन "
मंजिल-ए-मोहब्बत
मंजिल-ए-मोहब्बत
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
स्मृतियों की चिन्दियाँ
स्मृतियों की चिन्दियाँ
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
उतर चुके जब दृष्टि से,
उतर चुके जब दृष्टि से,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
पल-पल यू मरना
पल-पल यू मरना
The_dk_poetry
रावण - विभीषण संवाद (मेरी कल्पना)
रावण - विभीषण संवाद (मेरी कल्पना)
Anamika Singh
सफ़ेदे का पत्ता
सफ़ेदे का पत्ता
नन्दलाल सुथार "राही"
फरेबी दुनिया की मतलब प्रस्दगी
फरेबी दुनिया की मतलब प्रस्दगी
Umender kumar
काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं  मैं।
काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं मैं।
Sanjay ' शून्य'
कुत्तों की बारात (हास्य व्यंग)
कुत्तों की बारात (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
समूची दुनिया में
समूची दुनिया में
*Author प्रणय प्रभात*
*प्रतिभा-पलायन की समस्या पर अध्ययन दल (हास्य व्यंग्य)*
*प्रतिभा-पलायन की समस्या पर अध्ययन दल (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
मेहनत का फल
मेहनत का फल
Pushpraj Anant
मित्र
मित्र
DrLakshman Jha Parimal
होली के कुण्डलिया
होली के कुण्डलिया
Vijay kumar Pandey
Loading...