Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2023 · 1 min read

आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का पल होगा

आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का कल होगा
जीवन पर संकट के बादल, संघर्ष यहां पल पल होगा
नहीं मिलेगा पीने पानी , नहीं अन्न और फल होगा
पर्यावरण क्षरण के कारण,ताप से बहुत विकल होगा
चारों ओर अनल होगी, लपटों में विश्व सकल होगा
कहीं रेगिस्तान धरा पर, कहीं भरा जल होगा
नहीं रहेंगे जीव धरा पर,भरा हलाहल होगा
वीता कल अतीत हो गया, वर्तमान भी वीत रहा
आने वाला कल कैसा होगा, नहीं अतीत से सीख रहा
जल जंगल जमीन धरा पर, तेजी से सब सिकुड़ रहे
प्रदूषण बढ़ रहा धरा पर, मौसम के तेवर बदल रहे
कहीं हाड़ कंपाती सर्दी है, कहीं गर्मी बहुत सताती है
वेमौसम पानी पड़ रहा धरा पर, आंधी तट बंध ढहाती है
तूफानों का जोर जग में, जन धन हानि हो जाती है
लगी विकास की होड़ धरा पर,सब अंधे हो कर भाग रहे
जल जंगल जमीन का दोहन, पर्यावरण विगाड़ रहे
जैव विविधता खत्म हो रही,कई जीवों का नामोनिशान मिटा
कल क्या होगा विन सोचे समझे, जीवन का रहा अस्तित्व मिटा
अंधे होकर गर चलेगी दुनिया, महाप्रलय आ जाएगी
जलवायु परिवर्तन से, मानवता संकट में आ जाएगी
आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का कल होगा
नहीं मिलेगा पीने पानी , नहीं अन्न और फल होगा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 434 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
मैंने खुद के अंदर कई बार झांका
मैंने खुद के अंदर कई बार झांका
ruby kumari
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Mahender Singh
इश्क़ में ज़हर की ज़रूरत नहीं है बे यारा,
इश्क़ में ज़हर की ज़रूरत नहीं है बे यारा,
शेखर सिंह
कब मेरे मालिक आएंगे!
कब मेरे मालिक आएंगे!
Kuldeep mishra (KD)
23/131.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/131.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*सहकारी युग (हिंदी साप्ताहिक), रामपुर, उत्तर प्रदेश का प्रथम
*सहकारी युग (हिंदी साप्ताहिक), रामपुर, उत्तर प्रदेश का प्रथम
Ravi Prakash
न्योता ठुकराने से पहले यदि थोड़ा ध्यान दिया होता।
न्योता ठुकराने से पहले यदि थोड़ा ध्यान दिया होता।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
നിങ്ങളോട്
നിങ്ങളോട്
Heera S
सन्देश खाली
सन्देश खाली
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
हर एक से छूटा है राहों में अक्सर.......
हर एक से छूटा है राहों में अक्सर.......
कवि दीपक बवेजा
दम तोड़ते अहसास।
दम तोड़ते अहसास।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
शीर्षक - बचपन
शीर्षक - बचपन
Ankit Kumar Panchal
प्रीति की राह पर बढ़ चले जो कदम।
प्रीति की राह पर बढ़ चले जो कदम।
surenderpal vaidya
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
सितमज़रीफ़ी
सितमज़रीफ़ी
Atul "Krishn"
🙅अगर सच्चे हैं आरोप🙅
🙅अगर सच्चे हैं आरोप🙅
*प्रणय प्रभात*
Apni Qimat
Apni Qimat
Dr fauzia Naseem shad
मेरी कलम से...
मेरी कलम से...
Anand Kumar
तुम केश तुम्हारे उड़ने दो
तुम केश तुम्हारे उड़ने दो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
तेरा यूं मुकर जाना
तेरा यूं मुकर जाना
AJAY AMITABH SUMAN
सर-ए-बाजार पीते हो...
सर-ए-बाजार पीते हो...
आकाश महेशपुरी
!! चुनौती !!
!! चुनौती !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
भगवान भी रंग बदल रहा है
भगवान भी रंग बदल रहा है
VINOD CHAUHAN
इश्क़ में वक्त को बुरा कह देना बिल्कुल ठीक नहीं,
इश्क़ में वक्त को बुरा कह देना बिल्कुल ठीक नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बहारें तो आज भी आती हैं
बहारें तो आज भी आती हैं
Ritu Asooja
ग़ज़ल - ज़िंदगी इक फ़िल्म है -संदीप ठाकुर
ग़ज़ल - ज़िंदगी इक फ़िल्म है -संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
जिस चीज में दिल ना लगे,
जिस चीज में दिल ना लगे,
Sunil Maheshwari
हाथ पकड़ चल साथ मेरे तू
हाथ पकड़ चल साथ मेरे तू
Aman Sinha
शिव ही बनाते हैं मधुमय जीवन
शिव ही बनाते हैं मधुमय जीवन
कवि रमेशराज
We Would Be Connected Actually
We Would Be Connected Actually
Manisha Manjari
Loading...