Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Oct 2024 · 1 min read

आने को तो आ जाएंगे बेदिल वफ़ा के साथ….

आने को तो आ जाएंगे बेदिल वफ़ा के साथ….
लेकिन मुझे जचा नहीं रहना दिया के साथ।

शब ए ग़मो की मौज से बाहर न कीजिए…
मिन्नत है छूट जाए यूं रिश्ता हवा के साथ।

दीपक झा रुद्रा

113 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व
व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व
Sanjay ' शून्य'
"नहीं देखने हैं"
Dr. Kishan tandon kranti
शाम हुई, नन्हें परिंदे घर लौट आते हैं,
शाम हुई, नन्हें परिंदे घर लौट आते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विश्रान्ति.
विश्रान्ति.
Heera S
*परिस्थिति*
*परिस्थिति*
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
ये ज़िंदगी
ये ज़िंदगी
Shyam Sundar Subramanian
गर छोटा हो तुम छोटा
गर छोटा हो तुम छोटा
AJAY AMITABH SUMAN
मुलाज़िम सैलरी पेंशन
मुलाज़िम सैलरी पेंशन
Shivkumar Bilagrami
तितली तुम भी आ जाओ
तितली तुम भी आ जाओ
उमा झा
तुम्हारी दौलत नई-नई है,
तुम्हारी दौलत नई-नई है,
Lekh Raj Chauhan
आवाज तुम्हारे भैया की सुन-सुन
आवाज तुम्हारे भैया की सुन-सुन
Baldev Chauhan
गुड़िया
गुड़िया
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*लाल चोंच में भाता तोता (बाल कविता)*
*लाल चोंच में भाता तोता (बाल कविता)*
Ravi Prakash
सचेतन संघर्ष
सचेतन संघर्ष
अमित कुमार
कामवासना
कामवासना
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
2) “काग़ज़ की कश्ती”
2) “काग़ज़ की कश्ती”
Sapna Arora
■ तेवरी-
■ तेवरी-
*प्रणय*
देखिए रिश्ते जब ज़ब मजबूत होते है
देखिए रिश्ते जब ज़ब मजबूत होते है
शेखर सिंह
तुम्हारे प्यार की ...
तुम्हारे प्यार की ...
Nazir Nazar
बेटा
बेटा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तन्हा
तन्हा
अमित मिश्र
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
- एक दिन जरूर जीत जाओगे -
- एक दिन जरूर जीत जाओगे -
bharat gehlot
टुकड़ों-टुकड़ों में बॅंटी है दोस्ती...
टुकड़ों-टुकड़ों में बॅंटी है दोस्ती...
Ajit Kumar "Karn"
चांद की चंद्रिका
चांद की चंद्रिका
Utkarsh Dubey “Kokil”
*नयन  में नजर  आती हया है*
*नयन में नजर आती हया है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मन में एक खयाल बसा है
मन में एक खयाल बसा है
Rekha khichi
4255.💐 *पूर्णिका* 💐
4255.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
गुज़ारिश है तुमसे
गुज़ारिश है तुमसे
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
हौसला अपना आजमाएंगे
हौसला अपना आजमाएंगे
Dr fauzia Naseem shad
Loading...