Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Aug 2024 · 1 min read

आज के रिश्ते में पहले वाली बात नहीं रही!

आज के रिश्ते में पहले वाली बात नहीं रही!
उन रिश्तों में होती थी अपनापन कहीं-न-कहीं!
आज के रिश्ते में निज स्वार्थ ही है सर्वोपरि,
छोटी सी बातों पर हो जाती कई समस्या खड़ी!

…. अजित कर्ण ✍️

1 Like · 30 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जादुई गज़लों का असर पड़ा है तेरी हसीं निगाहों पर,
जादुई गज़लों का असर पड़ा है तेरी हसीं निगाहों पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Love Is The Reason Behind
Love Is The Reason Behind
Manisha Manjari
उड़ान
उड़ान
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
भारत के लाल को भारत रत्न
भारत के लाल को भारत रत्न
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
3804.💐 *पूर्णिका* 💐
3804.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय
महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय
Indu Singh
# खरी बात
# खरी बात
DrLakshman Jha Parimal
मैं कहां हूं तुम कहां हो सब कहां हैं।
मैं कहां हूं तुम कहां हो सब कहां हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
हर इक शाम बस इसी उम्मीद में गुजार देता हूं
हर इक शाम बस इसी उम्मीद में गुजार देता हूं
शिव प्रताप लोधी
सुख दुख
सुख दुख
Sûrëkhâ
मन में सदैव अपने
मन में सदैव अपने
Dr fauzia Naseem shad
खामोश से रहते हैं
खामोश से रहते हैं
Chitra Bisht
मुकद्दर से बना करते हैं रिश्ते इस ज़माने में,
मुकद्दर से बना करते हैं रिश्ते इस ज़माने में,
Phool gufran
मौसम
मौसम
surenderpal vaidya
गुज़िश्ता साल -नज़्म
गुज़िश्ता साल -नज़्म
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं।
छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
शबे दर्द जाती नही।
शबे दर्द जाती नही।
Taj Mohammad
🙅आज का आभास🙅
🙅आज का आभास🙅
*प्रणय प्रभात*
Grandma's madhu
Grandma's madhu
Mr. Bindesh Jha
होश संभालता अकेला प्राण
होश संभालता अकेला प्राण
©️ दामिनी नारायण सिंह
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
रमेशराज के दो लोकगीत –
रमेशराज के दो लोकगीत –
कवि रमेशराज
अमिट सत्य
अमिट सत्य
विजय कुमार अग्रवाल
मैं रूठूं तो मनाना जानता है
मैं रूठूं तो मनाना जानता है
Monika Arora
सीता के बूंदे
सीता के बूंदे
Shashi Mahajan
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
Shweta Soni
" गुमान "
Dr. Kishan tandon kranti
लड़के रोते नही तो क्या उन को दर्द नही होता
लड़के रोते नही तो क्या उन को दर्द नही होता
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
सुखद गृहस्थी के लिए
सुखद गृहस्थी के लिए
Sonam Puneet Dubey
Loading...