Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Dec 2022 · 1 min read

आज का बचपन

छोटा-सा बच्चा ,
हो जाए पढ़ने में अच्छा !

बोझ बढ़ा और बड़ा हुआ बस्ता,
बचपन में लदा सपनों का दर्जा ,
टॉपर बनने को दिन रात झींक रहा,
ट्यूशन पढ़ने से नहीं चूक रहा।

छोटा-सा बच्चा ,
हो जाए पढ़ने में अच्छा !

न मम्मी का प्यार,न पापा का दुलार,
मैडम जी के लिए बनो होशियार,
सहपाठी से ज्यादा प्रतिशत है लाना,
सोने खाने का ना सेहत का ध्यान।

छोटा-सा बच्चा ,
हो जाए पढ़ने में अच्छा !

प्रतिस्पर्धा बचपन से करना,
तनाव का दिन प्रतिदिन बढ़ना,
बारह महीने घर पर ही पढ़ना,
छुट्टीयों में न मौज न मस्ती !

छोटा-सा बच्चा ,
हो जाए पढ़ने में अच्छा !

ऊधम उत्पात न शरारतें करना,
न मामा बुआ के घर रातें बिताना,
पढ़-पढ़ कर लग जाए आँखों में चश्मा,
अरे ! बचपन को भी देख लेने दो अपना।

छोटा-सा बच्चा ,
हो जाए पढ़ने में अच्छा !

रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।

2 Likes · 169 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from Buddha Prakash

You may also like:
क्या कहते स्वर व्यंजन सारे
क्या कहते स्वर व्यंजन सारे
Satish Srijan
विचारों की आंधी
विचारों की आंधी
Vishnu Prasad 'panchotiya'
तन्हाई
तन्हाई
Sidhartha Mishra
कैसे भूल सकता हूँ मैं वह
कैसे भूल सकता हूँ मैं वह
gurudeenverma198
मानसिकता का प्रभाव
मानसिकता का प्रभाव
Anil chobisa
ज़रा सी बात पे तू भी अकड़ के बैठ गया।
ज़रा सी बात पे तू भी अकड़ के बैठ गया।
सत्य कुमार प्रेमी
भाई लोग व्यसन की चीज़ों की
भाई लोग व्यसन की चीज़ों की
*Author प्रणय प्रभात*
"शिक्षक"
Dr Meenu Poonia
पहला सुख निरोगी काया
पहला सुख निरोगी काया
जगदीश लववंशी
हम इतने भी बुरे नही,जितना लोगो ने बताया है
हम इतने भी बुरे नही,जितना लोगो ने बताया है
Ram Krishan Rastogi
ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
Subhash Singhai
वाचाल पौधा।
वाचाल पौधा।
Rj Anand Prajapati
देर तक मैंने
देर तक मैंने
Dr fauzia Naseem shad
I don't care for either person like or dislikes me
I don't care for either person like or dislikes me
Ankita Patel
पवित्र मन
पवित्र मन
RAKESH RAKESH
इमारत बड़ी थी वो
इमारत बड़ी थी वो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
“ OUR NEW GENERATION IS OUR GUIDE”
“ OUR NEW GENERATION IS OUR GUIDE”
DrLakshman Jha Parimal
गर्मी आई
गर्मी आई
Manu Vashistha
💐प्रेम कौतुक-300💐
💐प्रेम कौतुक-300💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गुजारे गए कुछ खुशी के पल,
गुजारे गए कुछ खुशी के पल,
Arun B Jain
* इस तरह महंगाई को काबू में लाना चाहिए【हिंदी गजल/ गीति
* इस तरह महंगाई को काबू में लाना चाहिए【हिंदी गजल/ गीति
Ravi Prakash
बाल  मेंहदी  लगा   लेप  चेहरे  लगा ।
बाल मेंहदी लगा लेप चेहरे लगा ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
हो जाऊं तेरी!
हो जाऊं तेरी!
Farzana Ismail
बेकारी का सवाल
बेकारी का सवाल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
हर रंग देखा है।
हर रंग देखा है।
Taj Mohammad
रिश्तों के मायने
रिश्तों के मायने
Rajni kapoor
बुद्ध भगवन्
बुद्ध भगवन्
Buddha Prakash
समय से पहले
समय से पहले
अंजनीत निज्जर
बेटी पढ़ायें, बेटी बचायें
बेटी पढ़ायें, बेटी बचायें
Kanchan Khanna
ग़म
ग़म
Dr.S.P. Gautam
Loading...