Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Apr 2024 · 1 min read

“आज और अब”

“आज और अब”
सदियों से चली आ रही
परम्पराओं और मिथकों को
तोड़ने की
छोटी सी छोटी कोशिश भी
बड़े बदलावों की कहानी लिखेगी,
तभी ये दुनिया
एक सुन्दर सबक सिखेगी।

Language: Hindi
3 Likes · 3 Comments · 154 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

आज जब वाद सब सुलझने लगे...
आज जब वाद सब सुलझने लगे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
I dreamt of the night we danced beneath the moon’s tender li
I dreamt of the night we danced beneath the moon’s tender li
Manisha Manjari
स्वयं सुधरें तो जग सुधरेगा
स्वयं सुधरें तो जग सुधरेगा
भगवती पारीक 'मनु'
इत्र, चित्र, मित्र और चरित्र
इत्र, चित्र, मित्र और चरित्र
Neelam Sharma
दिल की हरकते दिल ही जाने,
दिल की हरकते दिल ही जाने,
Lakhan Yadav
शिक्षा अपनी जिम्मेदारी है
शिक्षा अपनी जिम्मेदारी है
Buddha Prakash
"मूलमंत्र"
Dr. Kishan tandon kranti
वक्त.
वक्त.
Heera S
बाल दिवस स्पेशल... भज गोविंदम भज गोपालम्
बाल दिवस स्पेशल... भज गोविंदम भज गोपालम्
पंकज परिंदा
जब रंग हजारों फैले थे,उसके कपड़े मटमैले थे।
जब रंग हजारों फैले थे,उसके कपड़े मटमैले थे।
पूर्वार्थ
गुस्ल ज़ुबान का करके जब तेरा एहतराम करते हैं।
गुस्ल ज़ुबान का करके जब तेरा एहतराम करते हैं।
Phool gufran
*आओ देखो नव-भारत में, भारत की भाषा बोल रही (राधेश्यामी छंद)*
*आओ देखो नव-भारत में, भारत की भाषा बोल रही (राधेश्यामी छंद)*
Ravi Prakash
कर्म हमारे ऐसे हो
कर्म हमारे ऐसे हो
Sonam Puneet Dubey
" लो आ गया फिर से बसंत "
Chunnu Lal Gupta
दायरे में शक के ......
दायरे में शक के ......
sushil yadav
برائی سے دامن
برائی سے دامن
अरशद रसूल बदायूंनी
रक्तदान महादान
रक्तदान महादान
डिजेन्द्र कुर्रे
दिवानगी...
दिवानगी...
Manisha Wandhare
मौन
मौन
अंकित आजाद गुप्ता
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
इस तरह मुझसे नज़रें चुराया न किजिए।
इस तरह मुझसे नज़रें चुराया न किजिए।
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
मोह मोह के चाव में
मोह मोह के चाव में
Harminder Kaur
घर एक मंदिर🌷🙏
घर एक मंदिर🌷🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तुमने जबसे है मेरा साथ छोड़ा,
तुमने जबसे है मेरा साथ छोड़ा,
आलोक पांडेय
हाइकु - डी के निवातिया
हाइकु - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
शिवाजी गुरु समर्थ रामदास – ईश्वर का संकेत और नारायण का गृहत्याग – 03
शिवाजी गुरु समर्थ रामदास – ईश्वर का संकेत और नारायण का गृहत्याग – 03
Sadhavi Sonarkar
3340.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3340.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
६४बां बसंत
६४बां बसंत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
यें लो पुस्तकें
यें लो पुस्तकें
Piyush Goel
*नए दौर में*
*नए दौर में*
Shashank Mishra
Loading...