Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2023 · 1 min read

आज इस सूने हृदय में….

आज इस सूने हृदय में,
याद बस तेरी मचलती।
सोच हावी हो रिदय पर,
भाव हर कोमल कुचलती।

तुम हमारे कुछ नहीं, पर
याद आते हो सतत क्यों ?
सुन तुम्हारी मुश्किलों को
रह न पाते हम विरत क्यों ?

वेदना में देख तुमको,
क्यों नयन से पीर झरती ?
कलप उठतीं भावनाएँ,
वासना के चीर हरती।

क्यों हमें ये लग रहा है,
न अब कभी मिल पाएँगे।
नेह के वो पुष्प मन में,
न अब कभी खिल पाएँगे।

तुम हमें चाहो न चाहो,
दिल तुम्हें हम दे चुके हैं।
चाहना में घुल तुम्हारी,
हम तुम्हारे हो चुके है।

दुआ नित दिल से निकलती,
रहो सुखी संपन्न सदा।
कौन जाने भाग्य में पर,
क्या लिखा है, क्या बदा।

© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद

Language: Hindi
2 Likes · 254 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ.सीमा अग्रवाल
View all
You may also like:
मुकाम
मुकाम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
संभावना
संभावना
Ajay Mishra
.
.
*प्रणय प्रभात*
!!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!!
!!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!!
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
हंसगति
हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
तपाक से लगने वाले गले , अब तो हाथ भी ख़ौफ़ से मिलाते हैं
तपाक से लगने वाले गले , अब तो हाथ भी ख़ौफ़ से मिलाते हैं
Atul "Krishn"
23/214. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/214. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खुशियों की आँसू वाली सौगात
खुशियों की आँसू वाली सौगात
DR ARUN KUMAR SHASTRI
42...Mutdaarik musamman saalim
42...Mutdaarik musamman saalim
sushil yadav
मजे की बात है
मजे की बात है
Rohit yadav
मार मुदई के रे... 2
मार मुदई के रे... 2
जय लगन कुमार हैप्पी
देश हमारा
देश हमारा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
समन्दर से भी गहरी
समन्दर से भी गहरी
हिमांशु Kulshrestha
बात खो गई
बात खो गई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
मैं तेरी पहचान हूँ लेकिन
मैं तेरी पहचान हूँ लेकिन
Shweta Soni
शुभ को छोड़ लाभ पर
शुभ को छोड़ लाभ पर
Dr. Kishan tandon kranti
हाथों में डिग्री आँखों में निराशा,
हाथों में डिग्री आँखों में निराशा,
शेखर सिंह
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
कृष्णकांत गुर्जर
दुनिया देखी रिश्ते देखे, सब हैं मृगतृष्णा जैसे।
दुनिया देखी रिश्ते देखे, सब हैं मृगतृष्णा जैसे।
आर.एस. 'प्रीतम'
ना होंगे परस्त हौसले मेरे,
ना होंगे परस्त हौसले मेरे,
Sunil Maheshwari
पहले उसकी आदत लगाते हो,
पहले उसकी आदत लगाते हो,
Raazzz Kumar (Reyansh)
किसान आंदोलन
किसान आंदोलन
मनोज कर्ण
बुरा लगे तो मेरी बहन माफ करना
बुरा लगे तो मेरी बहन माफ करना
Rituraj shivem verma
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मुझको निभाना होगा अपना वचन
मुझको निभाना होगा अपना वचन
gurudeenverma198
*टाले से टलता कहाँ ,अटल मृत्यु का सत्य (कुंडलिया)*
*टाले से टलता कहाँ ,अटल मृत्यु का सत्य (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
तेरी मीठी बातों का कायल अकेला मैं ही नहीं,
तेरी मीठी बातों का कायल अकेला मैं ही नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*शिवरात्रि*
*शिवरात्रि*
Dr. Priya Gupta
सब समझें पर्व का मर्म
सब समझें पर्व का मर्म
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
हमारी दुआ है , आगामी नववर्ष में आपके लिए ..
हमारी दुआ है , आगामी नववर्ष में आपके लिए ..
Vivek Mishra
Loading...