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14 Aug 2024 · 1 min read

********** आजादी के दोहे ************

********** आजादी के दोहे ************
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भारत वर्ष इतिहास में,जो आया दिन आज।
आजादी की शान पर,जन जन को है नाज।।

रक्त – बूँद के दाम पर,हुआ देश आजाद।
गुलामी की पीर को,रखो सदा तुम, याद।।

लाल लहू रंगा हुआ,भारत मां का ताज़।
वीरों के बलिदान से, मिला हमें था राज।।

लहर – लहर लहरा रहा ,झंडा तीर कमान।
तीन रंग में है जड़ा, तिरंगा ध्वज शान।।

मनसीरत मन गा रहा,जय गाथा गुणगाण।
विश्व पथ पर चमक रहा, भारत देश महान।।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैंथल)

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