Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jul 2024 · 1 min read

आज़ महका महका सा है सारा घर आंगन,

आज़ महका महका सा है सारा घर आंगन,
यूं मुद्दतों बाद कोई खुल कर मुस्कुराया है

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

1 Like · 111 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
अब फिक्रमंद नहीं हूँ मैं
अब फिक्रमंद नहीं हूँ मैं
हिमांशु Kulshrestha
बहुत सुना है न कि दर्द बाँटने से कम होता है। लेकिन, ये भी तो
बहुत सुना है न कि दर्द बाँटने से कम होता है। लेकिन, ये भी तो
पूर्वार्थ
*भूकंप का मज़हब* ( 20 of 25 )
*भूकंप का मज़हब* ( 20 of 25 )
Kshma Urmila
आदिवासी और दलित अस्मिता का मौलिक फर्क / मुसाफिर बैठा
आदिवासी और दलित अस्मिता का मौलिक फर्क / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
प्रेम पीड़ा
प्रेम पीड़ा
Shivkumar barman
- आजकल गहलोत अकेला पड़ गया है -
- आजकल गहलोत अकेला पड़ गया है -
bharat gehlot
पसन्द नहीं था खुदा को भी, यह रिश्ता तुम्हारा
पसन्द नहीं था खुदा को भी, यह रिश्ता तुम्हारा
gurudeenverma198
शुभांगी छंद
शुभांगी छंद
Rambali Mishra
बदमाश किरणें
बदमाश किरणें
Radha Bablu mishra
प्रेम
प्रेम
Sushmita Singh
*
*"नमामि देवी नर्मदे"*
Shashi kala vyas
मैं घड़ी हूँ
मैं घड़ी हूँ
Dr. Vaishali Verma
तू चांद बारू हमार
तू चांद बारू हमार
Nitu Sah
मन हमेशा एक यात्रा में रहा
मन हमेशा एक यात्रा में रहा
Rituraj shivem verma
पिता की दौलत न हो तो हर गरीब वर्ग के
पिता की दौलत न हो तो हर गरीब वर्ग के
Ranjeet kumar patre
सफ़ीना छीन कर सुनलो किनारा तुम न पाओगे
सफ़ीना छीन कर सुनलो किनारा तुम न पाओगे
आर.एस. 'प्रीतम'
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
कवि दीपक बवेजा
*भ्रष्टाचार*
*भ्रष्टाचार*
Dushyant Kumar
वन्दे मातरम् ( घनाक्षरी छंद)
वन्दे मातरम् ( घनाक्षरी छंद)
guru saxena
3923.💐 *पूर्णिका* 💐
3923.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
किसी भी काम में आपको मुश्किल तब लगती है जब आप किसी समस्या का
किसी भी काम में आपको मुश्किल तब लगती है जब आप किसी समस्या का
Rj Anand Prajapati
जीवन को सुखद बनाने की कामना मत करो
जीवन को सुखद बनाने की कामना मत करो
कृष्णकांत गुर्जर
79king - là nhà cái trực tuyến uy tín hàng đầu Việt Nam
79king - là nhà cái trực tuyến uy tín hàng đầu Việt Nam
79kinglimited
घृणा
घृणा
Sudhir srivastava
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
" ऐतबार "
Dr. Kishan tandon kranti
भगवान बुद्ध
भगवान बुद्ध
Bodhisatva kastooriya
सरसी छंद
सरसी छंद
seema sharma
दोस्त
दोस्त
Shweta Soni
Loading...