Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2024 · 1 min read

आजकल नहीं बोलता हूं शर्म के मारे

आजकल नहीं बोलता हूं शर्म के मारे
लोगों को लगता है,घमंड हो गया है

-केशव

166 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

सुनो! बहुत मुहब्बत करते हो तुम मुझसे,
सुनो! बहुत मुहब्बत करते हो तुम मुझसे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
स्वतंत्रता दिवस पर विशेष
स्वतंत्रता दिवस पर विशेष
पूनम दीक्षित
दीवाना हर इंसान होगा
दीवाना हर इंसान होगा
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
आने जाने का
आने जाने का
Dr fauzia Naseem shad
अनजान राहों का सफर
अनजान राहों का सफर
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
मुसलसल ईमान रख
मुसलसल ईमान रख
Bodhisatva kastooriya
Line.....!
Line.....!
Vicky Purohit
महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय
महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय
Indu Singh
" रंजोगम "
Dr. Kishan tandon kranti
परीक्षा
परीक्षा
पूर्वार्थ
अन्तर मन में उबल रही  है, हर गली गली की ज्वाला ,
अन्तर मन में उबल रही है, हर गली गली की ज्वाला ,
Neelofar Khan
मंजिल
मंजिल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
और तराशो खुद को
और तराशो खुद को
संतोष बरमैया जय
कैसे तुमने यह सोच लिया
कैसे तुमने यह सोच लिया
gurudeenverma198
भिनसार हो गया
भिनसार हो गया
Satish Srijan
कभी थोड़ा सा आंख लगने पर भी उसकी तस्वीरें छा जाती थी,
कभी थोड़ा सा आंख लगने पर भी उसकी तस्वीरें छा जाती थी,
जय लगन कुमार हैप्पी
उम्मीद
उम्मीद
ललकार भारद्वाज
रख लेना तुम सम्भाल कर
रख लेना तुम सम्भाल कर
Pramila sultan
आकर्षण गति पकड़ता है और क्षण भर ठहरता है
आकर्षण गति पकड़ता है और क्षण भर ठहरता है
शेखर सिंह
प्रेम
प्रेम
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
आपो दीपो भवः
आपो दीपो भवः
Karuna Bhalla
पूरा दिन जद्दोजहद में गुजार देता हूं मैं
पूरा दिन जद्दोजहद में गुजार देता हूं मैं
शिव प्रताप लोधी
जाने वाले का शुक्रिया, आने वाले को सलाम।
जाने वाले का शुक्रिया, आने वाले को सलाम।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
2602.पूर्णिका
2602.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
निर्णय
निर्णय
indu parashar
सवैया छंदों के नाम व मापनी (सउदाहरण )
सवैया छंदों के नाम व मापनी (सउदाहरण )
Subhash Singhai
#जयंती_पर्व
#जयंती_पर्व
*प्रणय*
*पानी सबको चाहिए, पक्षी पशु इंसान (कुंडलिया)*
*पानी सबको चाहिए, पक्षी पशु इंसान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
जो जैसे होते हैं
जो जैसे होते हैं
Sonam Puneet Dubey
Loading...