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11 Aug 2021 · 1 min read

आखिर क्यों ??

महाभारत की जंग छिड़ी ,
दो परिवारों का मसला था।
आपसी रंजिश और अधर्म ,
की वजह से नरसंहार हुआ था।

इस युद्ध में हजारों की संख्या में ,
पशुओं की बलि थी चढ़ाई गई ।
वो घोड़े और हाथी बेचारे !
उनसे कुर्बानी क्यों मांगी गई ?

क्या उन बेजुबानों का कोई ,
सरोकार था राज परिवार से ।
ना वो धर्म के साथ ,ना अधर्म के साथ ,
वो तो यूं ही शामिल थे निर्विकार से।

गुरु द्रोण को छल से मारने हेतु ,
अश्वत्थामा नामक हाथी को मारा ।
बेचारे हाथी के साथ स्वयं छल हुआ,
पांडवों ने उसे प्रेम पूर्वक मारा ।

उससे क्षमा याचना कर और आश्वासन दिया ,
उसका इतिहास में नाम अमर होगा ,
वीरों की सूची में शामिल होने को ,
उसे वीर गति प्राप्त करना होगा ।

अधर्म तो अश्वत्थामा हाथी के साथ हुआ,
जो अकारण उसका जीवन छीन लिया गया ।
सारी उम्र उनके प्रति निष्ठा निभाता रहा,
उसे उसकी स्वामिभक्ति का यह इनाम दिया गया।

जाने क्यों मनुष्य अलग अलग कारणों से ,
इन बेजुबानों से जीने का हक छिनता है।
ऐसा कई ज़मानों से होता आया है ,
ये मनुष्य हमें जीवों में कहां गिनता है।

कभी बलिदान के नाम पर ,
कभी शिकार के नाम पर ,
और कभी यूं ही शौकिया तौर पर ,
हमारा खून बहाया जाता रहा है ,
और अब भी बह रहा है ,
किसी न किसी बहाने से।

अजीब इंसानों का धर्म है ?
और जघन्य अपराध अधर्म में शामिल है ,
मगर हम बेजुबानों का खून बहाना अधर्म नही है !
आखिर क्यों ?

Language: Hindi
Tag: कविता
3 Likes · 4 Comments · 486 Views

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