Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Aug 2016 · 1 min read

आओ ऐसे मनाये दिवाली

आओ ऐसे मनाये दिवाली

आओ सब मिलकर हम ऐसे मनाएंगे अब दिवाली
भूखे को अन्न देंगे और प्यासे को पिलायंगे पानी

सैकड़ो के जलाये पटाखे,फिर भी हाथ रहे अपने खाली
सूने घर में दिया न जला सको,तो काहे की बनी दिवाली

अपनों में बाटे मिठाई उपहार और खूब सजाई घर में रंगोली
ये खुशिया किस काम की गर न पोछा किसी आँख का पानी

अपने लिए तो हर पल जीते, कभी बन जाओ थोड़ा सा दानी
नंगे तन को कपडा देकर, कभी संवारो उनकी भी जिंदगानी

आग लगा के खुश होते हम , फैलाते प्रदुषण की बिमारी
लक्ष्मी पूजन के दिन, लक्ष्मी फूंके कैसे बने हम अज्ञानी

धनवानों संग खुशियां बांटे, निर्धन को बकते गाली
इंसानो में करे भेदभाव हम,फिर कैसे आये खुशहाली

राम नाम पे पर्व मनाते, की जिसने सबरी केवट की अगवानी
पथ भ्रष्ट हो हम भूल गए क्यों उनके जीवन दर्शन की कहानी

मन में फैला द्वेष भाव, और बने राम कृष्णा के पुजारी
क्यों जलाते दीप ख़ुशी के,जब दिलो में भड़की चिंगारी

गीता, रामायण हमे याद नही, फिर क्यों मनाते दिवाली
ख़ुशी अगर किसी को दे न सके,तो ये अभिनय है बेमानी

तन, मन धन से परिपूर्ण हो सब बोले मीठी वाणी
ऊँच नीच का भेद रहे न, करे सब भोजन एक थाली

आओ सब मिलकर ये ठाने अब बदलेंगे हम जिंदगानी
हंसा सके जब किसी रोते को,तब होगी सच्ची दिवाली

आओ सब मिलकर हम ऐसे मनाएंगे अब दिवाली
भूखे को अन्न देंगे और प्यासे को पिलायंगे पानी

**** डी. के. निवातियाँ******

Language: Hindi
583 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from डी. के. निवातिया
View all
You may also like:
■ एक मुक्तक...
■ एक मुक्तक...
*Author प्रणय प्रभात*
खुदा तो हो नही सकता –ग़ज़ल
खुदा तो हो नही सकता –ग़ज़ल
Rakmish Sultanpuri
: काश कोई प्यार को समझ पाता
: काश कोई प्यार को समझ पाता
shabina. Naaz
तेरी उल्फत के वो नज़ारे हमने भी बहुत देखें हैं,
तेरी उल्फत के वो नज़ारे हमने भी बहुत देखें हैं,
manjula chauhan
पत्थर जैसा दिल बना हो जिसका
पत्थर जैसा दिल बना हो जिसका
Ram Krishan Rastogi
एक ज़िंदगी में
एक ज़िंदगी में
Dr fauzia Naseem shad
एक दिवा रोएगी दुनिया
एक दिवा रोएगी दुनिया
AMRESH KUMAR VERMA
पत्थर की लकीर नहीं है जिन्दगी,
पत्थर की लकीर नहीं है जिन्दगी,
Buddha Prakash
पर दारू तुम ना छोड़े
पर दारू तुम ना छोड़े
Mukesh Srivastava
डॉ अरुण कुमार शास्त्री x एक अबोध बालक x अरुण अतृप्त
डॉ अरुण कुमार शास्त्री x एक अबोध बालक x अरुण अतृप्त
DR ARUN KUMAR SHASTRI
" मँगलमय नव-वर्ष 2023 "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
नवरात्रि के इस पावन मौके पर, मां दुर्गा के आगमन का खुशियों स
नवरात्रि के इस पावन मौके पर, मां दुर्गा के आगमन का खुशियों स
Sahil Ahmad
दिखता नही किसी को
दिखता नही किसी को
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
शस्त्र उठाना होगा
शस्त्र उठाना होगा
वीर कुमार जैन 'अकेला'
नाम लेकर वार करिए (हिंदी गजल/गीतिका )
नाम लेकर वार करिए (हिंदी गजल/गीतिका )
Ravi Prakash
★HAPPY GANESH CHATURTHI★
★HAPPY GANESH CHATURTHI★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
हम आए हैं बुद्ध के देश से
हम आए हैं बुद्ध के देश से
Shekhar Chandra Mitra
नींद की कुंजी / MUSAFIR BAITHA
नींद की कुंजी / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
*जन्म या बचपन में दाई मां या दाया,या माता पिता की छत्र छाया
*जन्म या बचपन में दाई मां या दाया,या माता पिता की छत्र छाया
Shashi kala vyas
विवाह मुस्लिम व्यक्ति से, कर बैठी नादान
विवाह मुस्लिम व्यक्ति से, कर बैठी नादान
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ਲਿਖ ਲਿਖ ਕੇ ਮੇਰਾ ਨਾਮ
ਲਿਖ ਲਿਖ ਕੇ ਮੇਰਾ ਨਾਮ
Surinder blackpen
ऐसा क्यों होता है
ऐसा क्यों होता है
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"तुम्हारी हंसी" (Your Smile)
Sidhartha Mishra
मोहन ने मीरा की रंग दी चुनरिया
मोहन ने मीरा की रंग दी चुनरिया
अनुराग दीक्षित
घर बाहर जूझती महिलाएं(A poem for all working women)
घर बाहर जूझती महिलाएं(A poem for all working women)
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
शादी
शादी
विनोद सिल्ला
खूब उड़ रही तितलियां
खूब उड़ रही तितलियां
surenderpal vaidya
बलिदान
बलिदान
Shyam Sundar Subramanian
Loading...