Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2023 · 1 min read

आंधियां अपने उफान पर है

आंधियां अपने उफान पर है
जिंदगी संघर्ष में चल रही है ,

दिया यहाँ अलग जल रहा है
और हवा अलग चल रही है !

मन के अंदर अलग समा है
अंदर ख्वाहिशें मचल रही है,

जिंदगी की सुई रूकती कहां
यह धीरे-धीरे फिसल रही है !

कवि दीपक सरल

1 Like · 81 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
* बहुत खुशहाल है साम्राज्य उसका
* बहुत खुशहाल है साम्राज्य उसका
Shubham Pandey (S P)
■ एक नज़र हालात पर
■ एक नज़र हालात पर
*Author प्रणय प्रभात*
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
शांत सा जीवन
शांत सा जीवन
Dr fauzia Naseem shad
मेरुदंड
मेरुदंड
सूर्यकांत द्विवेदी
एक अणु में इतनी ऊर्जा
एक अणु में इतनी ऊर्जा
AJAY AMITABH SUMAN
"परिवार क्या है"
Dr. Kishan tandon kranti
अब न वो आहें बची हैं ।
अब न वो आहें बची हैं ।
Arvind trivedi
पोता-पोती बेटे-बहुएँ,आते हैं तो उत्सव है (हिंदी गजल/गीतिका)
पोता-पोती बेटे-बहुएँ,आते हैं तो उत्सव है (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
ताप
ताप
नन्दलाल सुथार "राही"
THOUGHT
THOUGHT
Jyoti Khari
क्या तुम इंसान हो ?
क्या तुम इंसान हो ?
ओनिका सेतिया 'अनु '
चाहता है जो
चाहता है जो
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
🌾☘️वनस्पति जीवाश्म☘️🌾
🌾☘️वनस्पति जीवाश्म☘️🌾
Ms.Ankit Halke jha
नई दिल्ली
नई दिल्ली
Dr. Girish Chandra Agarwal
उम्मीद
उम्मीद
Dr. Rajiv
कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते हैं, पर उनकी बातों में विश
कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते हैं, पर उनकी बातों में विश
जय लगन कुमार हैप्पी
हिंदी हमारी शान है
हिंदी हमारी शान है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
बिखरा था बस..
बिखरा था बस..
Vijay kumar Pandey
माता के नौ रूप
माता के नौ रूप
Dr. Sunita Singh
#जिन्दगी ने मुझको जीना सिखा दिया#
#जिन्दगी ने मुझको जीना सिखा दिया#
rubichetanshukla रुबी चेतन शुक्ला
मेरे पृष्ठों को खोलोगे _यही संदेश पाओगे ।
मेरे पृष्ठों को खोलोगे _यही संदेश पाओगे ।
Rajesh vyas
ख़ुश-फ़हमी
ख़ुश-फ़हमी
Fuzail Sardhanvi
ब्रांड 'चमार' मचा रहा, चारों तरफ़ धमाल
ब्रांड 'चमार' मचा रहा, चारों तरफ़ धमाल
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कहां गये हम
कहां गये हम
Surinder blackpen
बाल दिवस पर मेरी कविता
बाल दिवस पर मेरी कविता
तरुण सिंह पवार
क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी //
क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी //
गुप्तरत्न
युवा भारत को जानो
युवा भारत को जानो
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
संस्कृति वर्चस्व और प्रतिरोध
संस्कृति वर्चस्व और प्रतिरोध
Shashi Dhar Kumar
💐प्रेम कौतुक-477💐
💐प्रेम कौतुक-477💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...