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18 May 2023 · 1 min read

अस्तित्व की पहचान

लेखिका नहीं हूँ मैं
जो लिखूँ कहानी या लेख में
अपने मन की बात
कवियत्री भी नहीं हूँ मैं
जो कविता या गीत के माध्यम से
प्रस्तुत करूँ आस-पास के हालात

मैं तो एक आम सी लडकी हूँ
जिसे आम से शब्दों में
कहनी है अपनी बात
जीना है इस विश्वास के साथ
कि-
मैं जो इस दुनिया की
आधी आबादी का मात्र
एक बिंदु भर हूँ
वही बिंदु चाहता है
अपने अस्तित्व की पहचान
अपने हिस्से का खुला आसमान
अपने पंख, अपनी उडान
और इसके लिए नहीं करना
मुझे कोई समझौता
न अभी, न कभी।

रचनाकार:- कंचन खन्ना,
मुरादाबाद, (उ०प्र०, भारत) ।
सर्वाधिकार, सुरक्षित (रचनाकार) ।
दिनांक – २१.०८.२०१६.

Language: Hindi
370 Views
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