Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jan 2017 · 1 min read

अश्रु- नाद

, …. मुक्तक ….

जीवन सतरंगी फेरे
झंझा- झँकोर घन घेरे
हो हा- हा कार हृदय में
सुन अश्रु- नाद को मेरे

डा. उमेश चन्द्र श्रीवास्तव

Language: Hindi
559 Views

You may also like these posts

वो भी तो ऐसे ही है
वो भी तो ऐसे ही है
gurudeenverma198
जिसे जीना हो
जिसे जीना हो
Manoj Shrivastava
"दुनियादारी"
ओसमणी साहू 'ओश'
ये चांद सा महबूब और,
ये चांद सा महबूब और,
शेखर सिंह
शीर्षक– आपके लिए क्या अच्छा है यह आप तय करो
शीर्षक– आपके लिए क्या अच्छा है यह आप तय करो
Sonam Puneet Dubey
हाइकु -सत्य की खोज
हाइकु -सत्य की खोज
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
वह मुझसे ख़ुश रहती है
वह मुझसे ख़ुश रहती है
कुमार अविनाश 'केसर'
नदिया का नीर
नदिया का नीर
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
" ढले न यह मुस्कान "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
मै थक गया हु
मै थक गया हु
भरत कुमार सोलंकी
श्री राम उत्सव
श्री राम उत्सव
Ruchi Sharma
कुछ तो बदल रहा है
कुछ तो बदल रहा है
Sudhir srivastava
ट्रैफिक भी जाम मेरा दिल भी तेरे नाम।
ट्रैफिक भी जाम मेरा दिल भी तेरे नाम।
Rj Anand Prajapati
2820. *पूर्णिका*
2820. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#बैठे_ठाले
#बैठे_ठाले
*प्रणय*
दोहा पंचक. . . . . पिता
दोहा पंचक. . . . . पिता
sushil sarna
बड़ा कौन
बड़ा कौन
Sanjay ' शून्य'
उसी कन्धे पर
उसी कन्धे पर
Dr. Kishan tandon kranti
शरद पूर्णिमा
शरद पूर्णिमा
Harminder Kaur
''आशा' के मुक्तक
''आशा' के मुक्तक"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
"अकेलापन"
Lohit Tamta
जीवन की रंगत: सुख और दुख का संगम
जीवन की रंगत: सुख और दुख का संगम
पूर्वार्थ
माना डगर कठिन है, चलना सतत मुसाफिर।
माना डगर कठिन है, चलना सतत मुसाफिर।
अनुराग दीक्षित
गर छोटा हो तुम छोटा
गर छोटा हो तुम छोटा
AJAY AMITABH SUMAN
हाइकु - 1
हाइकु - 1
Sandeep Pande
मेरे भोले भण्डारी
मेरे भोले भण्डारी
Dr. Upasana Pandey
चांद तारों ने कहकशां  लिख दी ,
चांद तारों ने कहकशां लिख दी ,
Neelofar Khan
फनीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस (4 मार्च) पर विशेष
फनीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस (4 मार्च) पर विशेष
Paras Nath Jha
तेरी याद में हम रात भर रोते रहे
तेरी याद में हम रात भर रोते रहे
Jyoti Roshni
*लम्हा  प्यारा सा पल में  गुजर जाएगा*
*लम्हा प्यारा सा पल में गुजर जाएगा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...