Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jan 2024 · 1 min read

“अर्थ” बिना नहीं “अर्थ” है कोई …

“अर्थ” बिना नहीं “अर्थ” है कोई,
जीवन और जवानी का,
ज्यों उद्देश्य बिन “अर्थ” न कोई,
कविता और कहानी का।

“अर्थ” बिना रिश्तों से प्रेम भी,
उड़ जाता जैसे कपूर,
रह जाता है एक शून्य सा,
ज्यों श्वांस बिना नश्वर शरीर।

“अर्थ” बिना महिमामंडित की,
महिमा रहे न कौड़ी भर,
अर्थतंत्र मजबूत हो जिसका,
राज करे वह जीवन भर।

“अर्थ” के खातिर ही गरीब,
तन जला स्वयं का काम करे,
“अर्थ” के कारण ही धन्नासेठ,
बैठा बैठा आराम करे ।

अतः राखिये “अर्थ,” ताकि बन समर्थ,
ले सको मजा समस्त ज़िन्दगानी का,
किन्तु “अर्थ” हो ऐसा जिसमे,
कहीं नाम न हो बेईमानी का।

“अर्थ” बिना नहीं “अर्थ” है कोई,
जीवन और जवानी का,
ज्यों उद्देश्य बिन “अर्थ” न कोई,
कविता और कहानी का।

**********************

Language: Hindi
175 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sunil Suman
View all

You may also like these posts

शहर में नकाबधारी
शहर में नकाबधारी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
“पूत कपूत तो क्या धन संचय, पूत सपूत तो क्या धन संचय” अर्थात
“पूत कपूत तो क्या धन संचय, पूत सपूत तो क्या धन संचय” अर्थात
ललकार भारद्वाज
■ अटल सौभाग्य के पर्व पर
■ अटल सौभाग्य के पर्व पर
*प्रणय*
माता पिता
माता पिता
Taran verma
Be beautiful 😊
Be beautiful 😊
Rituraj shivem verma
होली की आयी बहार।
होली की आयी बहार।
Anil Mishra Prahari
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
डॉ. दीपक बवेजा
नशा नये साल का
नशा नये साल का
Ahtesham Ahmad
पदावली
पदावली
seema sharma
लव जिहाद_स्वीकार तुम्हारा ना परिणय होगा...
लव जिहाद_स्वीकार तुम्हारा ना परिणय होगा...
पं अंजू पांडेय अश्रु
जेब में
जेब में
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
प्रकाश पर्व
प्रकाश पर्व
Shashi kala vyas
सच और झूँठ
सच और झूँठ
विजय कुमार अग्रवाल
जब टूटा था सपना
जब टूटा था सपना
Paras Nath Jha
सड़क सुरक्षा
सड़क सुरक्षा
अरशद रसूल बदायूंनी
आप, मैं और एक कप चाय।
आप, मैं और एक कप चाय।
Urmil Suman(श्री)
3568.💐 *पूर्णिका* 💐
3568.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कब तक बरसेंगी लाठियां
कब तक बरसेंगी लाठियां
Shekhar Chandra Mitra
सावित्रीबाई फुले विचार
सावित्रीबाई फुले विचार
Raju Gajbhiye
देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर ।
देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर ।
Arvind trivedi
"तेरी यादों के छापे पड रहे हैं ll
पूर्वार्थ
ये चुनाव का माहौल है
ये चुनाव का माहौल है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
-खाली जेब की कसौटी -
-खाली जेब की कसौटी -
bharat gehlot
शहीदों का बलिदान
शहीदों का बलिदान
Sudhir srivastava
जिन्दगी हर क़दम पर दो रास्ते देती है
जिन्दगी हर क़दम पर दो रास्ते देती है
Rekha khichi
रिश्तो को कायम रखना चाहते हो
रिश्तो को कायम रखना चाहते हो
Harminder Kaur
साइड इफेक्ट्स
साइड इफेक्ट्स
Dr MusafiR BaithA
जो भी सोचता हूँ मैं तेरे बारे में
जो भी सोचता हूँ मैं तेरे बारे में
gurudeenverma198
लालच
लालच
Vishnu Prasad 'panchotiya'
गाल बजाना ठीक नही है
गाल बजाना ठीक नही है
Vijay kumar Pandey
Loading...