Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2016 · 1 min read

अरमान दिल में बहुत थे मगर वो समझी नही/मंदीप

अरमान दिल में बहुत थे मगर वो समझी नही,
आँखों से गिरे थे आँसु वो उन आँसुओ को समझी नही।

उस ने आँखो से आँखे मिला तो ली,
पर मेरी लाल हुई आँखो को वो समझी नही।

इस कदर टुटा था दिल मेरा,
टूटे हुए दिल की आवाज को वो समझी ही नही।

बढ़ाया था हाथ उस की तरफ प्यार से,
पर वो मेरे हाथ के इशारे को समझी ही नही।

हम खाते रहे उस की चाहत में कसमे,
पर वो मेरी कसमो को कभी समझी ही नही।

दिल लगा बैठा मेरा दिल उसके दिल के साथ,
पर वो मेरे दिल को कभी समझी ही नही।

उसकी याद में रो कर बन गया बुरा हाल,
वो मेरे इस हाल को कभी समझी ही नही।

कर दिया”मंदीप” ने सब कुछ कुर्बान उस की हसरत में,
फिर भी वो पगली मेरे प्यार को समझी ही नही।

मंदीपसाई

301 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
ज़िंदगी मुझको गर बनाओगे
ज़िंदगी मुझको गर बनाओगे
Dr fauzia Naseem shad
✍️मैं विषधारी..✍️
✍️मैं विषधारी..✍️
'अशांत' शेखर
जेंडर जेहाद
जेंडर जेहाद
Shekhar Chandra Mitra
कितने इनके दामन दागी, कहते खुद को साफ।
कितने इनके दामन दागी, कहते खुद को साफ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
सन्नाटा
सन्नाटा
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
कुछ
कुछ
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
मेरा जो प्रश्न है उसका जवाब है कि नहीं।
मेरा जो प्रश्न है उसका जवाब है कि नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
तुम इन हसीनाओं से
तुम इन हसीनाओं से
gurudeenverma198
■ संडे इज द फन-डे
■ संडे इज द फन-डे
*Author प्रणय प्रभात*
2435.पूर्णिका
2435.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*कोयल की कूक (बाल कविता)*
*कोयल की कूक (बाल कविता)*
Ravi Prakash
जज़्बात-ए-दिल
जज़्बात-ए-दिल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
सितारे अपने आजकल गर्दिश में चल रहे है
सितारे अपने आजकल गर्दिश में चल रहे है
shabina. Naaz
पंचचामर मुक्तक
पंचचामर मुक्तक
Neelam Sharma
चाय की चुस्की लेते ही कुछ देर तक ऊर्जा शक्ति दे जाती है फिर
चाय की चुस्की लेते ही कुछ देर तक ऊर्जा शक्ति दे जाती है फिर
Shashi kala vyas
💐प्रेम कौतुक-237💐
💐प्रेम कौतुक-237💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हमें उससे नहीं कोई गिला भी
हमें उससे नहीं कोई गिला भी
Irshad Aatif
लालच
लालच
Vandna thakur
ज़िन्दगी का रंग उतरे
ज़िन्दगी का रंग उतरे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
गलतियाँ हो गयीं होंगी
गलतियाँ हो गयीं होंगी
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
Hum bhi rang birange phoolo ki tarah hote
Hum bhi rang birange phoolo ki tarah hote
Sakshi Tripathi
हमारा फ़र्ज
हमारा फ़र्ज
Rajni kapoor
तेरे इंतज़ार में
तेरे इंतज़ार में
Surinder blackpen
कला
कला
Saraswati Bajpai
तुम हो तो मैं हूँ,
तुम हो तो मैं हूँ,
लक्ष्मी सिंह
मित्र
मित्र
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
माँ का आँचल
माँ का आँचल
Nishant prakhar
ऐसा भी नहीं
ऐसा भी नहीं
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
अल्फ़ाज
अल्फ़ाज
निकेश कुमार ठाकुर
संभव है कि किसी से प्रेम या फिर किसी से घृणा आप करते हों,पर
संभव है कि किसी से प्रेम या फिर किसी से घृणा आप करते हों,पर
Paras Nath Jha
Loading...