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3 May 2024 · 1 min read

अमृत पीना चाहता हर कोई,खुद को रख कर ध्यान।

अमृत पीना चाहता हर कोई,खुद को रख कर ध्यान।
नीलकंठ महादेव ने विष पिया, दूजों का करने को उत्थान।।

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