Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Feb 2023 · 1 min read

अभी तक न विफलता है ,अभी तक न सफलता है (मुक्तक)

अभी तक न विफलता है ,अभी तक न सफलता है (मुक्तक)
———————————————————-
न जाने कब उसे देखूँ , यही बस प्रश्न पलता है
मुझे मालूम क्या कब मन , अ-मन होकर मचलता है
मैं रोजाना गुजरता हूँ , उसी के घर के आगे से
अभी तक न विफलता है ,अभी तक न सफलता है
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
रचयिता :रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

69 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
तुझको मै अपना बनाना चाहती हूं
तुझको मै अपना बनाना चाहती हूं
Ram Krishan Rastogi
हरितालिका तीज
हरितालिका तीज
Mukesh Kumar Sonkar
साँसें कागज की नाँव पर,
साँसें कागज की नाँव पर,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
-- धरती फटेगी जरूर --
-- धरती फटेगी जरूर --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
हमनवा कोई न था
हमनवा कोई न था
Dr. Sunita Singh
मां
मां
Sûrëkhâ Rãthí
साँझ ढल रही है
साँझ ढल रही है
अमित नैथानी 'मिट्ठू' (अनभिज्ञ)
देशी तालिबान
देशी तालिबान
Shekhar Chandra Mitra
किसान और जवान
किसान और जवान
Sandeep Kumar
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मानव जीवन में तर्पण का महत्व
मानव जीवन में तर्पण का महत्व
Santosh Shrivastava
✍️चाबी का एक खिलौना✍️
✍️चाबी का एक खिलौना✍️
'अशांत' शेखर
दासी
दासी
Bodhisatva kastooriya
महसूस कर रही हूँ बेरंग ख़ुद को मैं
महसूस कर रही हूँ बेरंग ख़ुद को मैं
Neelam Sharma
अहसास तेरे....
अहसास तेरे....
Santosh Soni
■ आज का सबक़
■ आज का सबक़
*Author प्रणय प्रभात*
वक्त के दामन से दो पल चुरा के दिखा
वक्त के दामन से दो पल चुरा के दिखा
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
An Oasis And My Savior
An Oasis And My Savior
Manisha Manjari
बेटियां
बेटियां
Dr Parveen Thakur
*तितली रानी  (बाल कविता)*
*तितली रानी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
मरने की इजाज़त
मरने की इजाज़त
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मुनासिब है दरमियां
मुनासिब है दरमियां
Dr fauzia Naseem shad
जमाने की नजरों में ही रंजीश-ए-हालात है,
जमाने की नजरों में ही रंजीश-ए-हालात है,
manjula chauhan
चिड़िया चली गगन आंकने
चिड़िया चली गगन आंकने
AMRESH KUMAR VERMA
बाहर जो दिखती है, वो झूठी शान होती है,
बाहर जो दिखती है, वो झूठी शान होती है,
लोकनाथ ताण्डेय ''मधुर''
💐प्रेम कौतुक-461💐
💐प्रेम कौतुक-461💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चंदा मामा
चंदा मामा
Dr. Kishan Karigar
चांद जमीं पर आकर उतर गया।
चांद जमीं पर आकर उतर गया।
Taj Mohammad
अलबेला अब्र
अलबेला अब्र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
डर का घर / MUSAFIR BAITHA
डर का घर / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
Loading...