Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2023 · 1 min read

“अभिव्यक्ति”

“अभिव्यक्ति”
कभी पूर्ण नहीं होती
प्रेम पर लिखी गई कोई कविता
क्योंकि शब्दहीन होती है
प्रेम की अभिव्यक्ति,
मगर शब्द कम पड़ जाते हैं
नफ़रत की अभिव्यक्ति में।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति

4 Likes · 2 Comments · 211 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
खल साहित्यिकों का छलवृत्तांत / MUSAFIR BAITHA
खल साहित्यिकों का छलवृत्तांत / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
अखंड साँसें प्रतीक हैं, उद्देश्य अभी शेष है।
अखंड साँसें प्रतीक हैं, उद्देश्य अभी शेष है।
Manisha Manjari
सच्चे मित्र की पहचान
सच्चे मित्र की पहचान
Ram Krishan Rastogi
नववर्ष
नववर्ष
Vandana Namdev
धन्य हैं वो बेटे जिसे माँ-बाप का भरपूर प्यार मिलता है । कुछ
धन्य हैं वो बेटे जिसे माँ-बाप का भरपूर प्यार मिलता है । कुछ
Dr. Man Mohan Krishna
चंद्रयान-२ और ३ मिशन
चंद्रयान-२ और ३ मिशन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
एक एहसास
एक एहसास
Dr fauzia Naseem shad
मंजिले तड़प रहीं, मिलने को ए सिपाही
मंजिले तड़प रहीं, मिलने को ए सिपाही
Er.Navaneet R Shandily
डिग्रीया तो बस तालीम के खर्चे की रसीदें है,
डिग्रीया तो बस तालीम के खर्चे की रसीदें है,
Vishal babu (vishu)
कर्बला की मिट्टी
कर्बला की मिट्टी
Paras Nath Jha
Us jamane se iss jamane tak ka safar ham taye karte rhe
Us jamane se iss jamane tak ka safar ham taye karte rhe
Sakshi Tripathi
चट्टानी अडान के आगे शत्रु भी झुक जाते हैं, हौसला बुलंद हो तो
चट्टानी अडान के आगे शत्रु भी झुक जाते हैं, हौसला बुलंद हो तो
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कुंडलिया छंद *
कुंडलिया छंद *
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
✍️अनदेखा✍️
✍️अनदेखा✍️
'अशांत' शेखर
कविता 100 संग्रह
कविता 100 संग्रह
श्याम सिंह बिष्ट
यह रूठना मनाना, मनाकर फिर रूठ जाना ,
यह रूठना मनाना, मनाकर फिर रूठ जाना ,
कवि दीपक बवेजा
……..नाच उठी एकाकी काया
……..नाच उठी एकाकी काया
Rekha Drolia
तुम ही ये बताओ
तुम ही ये बताओ
Mahendra Rai
💐💐प्रेम की राह पर-16💐💐
💐💐प्रेम की राह पर-16💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गणेश चतुर्थी के शुभ पावन अवसर पर सभी को हार्दिक मंगल कामनाओं के साथ...
गणेश चतुर्थी के शुभ पावन अवसर पर सभी को हार्दिक मंगल कामनाओं के साथ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*दिखे जो पोल जिसकी भी, उसी की खोलना सीखो【हिंदी गजल/गीतिका】*
*दिखे जो पोल जिसकी भी, उसी की खोलना सीखो【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
जरूरत
जरूरत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
संस्कार संयुक्त परिवार के
संस्कार संयुक्त परिवार के
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Rose
Rose
Seema 'Tu hai na'
दोहा
दोहा
Dushyant Baba
मेरे देश के युवाओं तुम
मेरे देश के युवाओं तुम
gurudeenverma198
■ चुनावी साल...
■ चुनावी साल...
*Author प्रणय प्रभात*
इश्क में  हम वफ़ा हैं बताए हो तुम।
इश्क में हम वफ़ा हैं बताए हो तुम।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
एक थी कोयल
एक थी कोयल
Satish Srijan
सुविचार..
सुविचार..
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...