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8 Apr 2023 · 1 min read

*अभिनंदन के लिए बुलाया, है तो जाना ही होगा (हिंदी गजल/ गीतिक

अभिनंदन के लिए बुलाया, है तो जाना ही होगा (हिंदी गजल/ गीतिका)
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
(1)
अभिनंदन के लिए बुलाया, है तो जाना ही होगा
पुष्प-हार के संग-संग, फोटो खिंचवाना ही होगा
(2)
कुछ सकुचाएँ आप और कुछ, अभिनय हम भी कर लेंगे
मानपत्र के लिए आपको, शीश झुकाना ही होगा
(3)
बात हुई मोबाइल पर, पेटीएम से पेमेंट हुआ
याद रखें सम्मान-राशि बन, वह लौटाना ही होगा
(4)
कुछ तारीफें करें आप, कुछ हम कृतज्ञता व्यक्त करें
समारोह में रत्न जड़ित यों, मुकुट लगाना ही होगा
(5)
बंधु! खोल दो प्रतिष्ठान, अभिनंदन के कुछ शहरों में
करें तुम्हारा अभिनंदन, फिर तुम्हें कराना ही होगा
—————————————————
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 9997615451

1 Like · 330 Views
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