अब ना है कोई फिक्र सांवरे
तेरा हाथ है मेरे सर पर टीका
मुझको अब ना है कोई फिक्र सांवरे
रात दिन सुबह शाम रहता है
रहता है तेरा ही जिक्र सांवरे
हम तो तेरे ही होकर रह गए
जब से तेरी गली में कदम है पड़ा
सुनते थे तेरे किस्से दया के
अब किस्से को हकीकत में देख लिया
शिकायत करने के वक्त गए
शिकायत करने से पहले शिकायत मिटी सांवरे
तेरा हाथ है मेरे सर पर टिका
मुझको अब ना है कोई फिक्र सांवरे
रात दिन सुबह शाम रहता है
रहता है तेरा ही जिक्र सांवरे