अब तो दर्शन दे दो गिरधर…

थम न जाएँ सांसो की डोर
अब तो दर्शन दे दो गिरधर….!!
पल पल नैना मांगे हैं दीदार तेरा
कहाँ से दु दिलासा उसे प्रभु तेरा
अब तो दर्शन दे दो गिरधर…!!
धड़कन गिने हैं सांसो की डोर
दिल हैं गभराता हर बार
अब तो दर्शन दे दो गिरधर…!!
आरजू न रहे अधूरी….!..!..!
कहां छुपे हो मुरारी…!..!
जीवन की बाजी लगता हैं हारे
न तड़पाओ प्रभु कितना हम पुकारें,
अब तो दर्शन दे दो न गिरधर…!!
आओ.. आओ.. नाथ भवसागरमें तारो हमें
अब तो… दर्शन दे दो गिरधर…!!!!