Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jul 2022 · 1 min read

अब और नहीं सोचो

सोचकर उसके बारे में
तेरी ये उम्र बीत जायेगी
रात हो गई, सो जा
दिन को नींद नहीं आएगी

इतना याद मत कर उसे
उसको मुसीबत हो जायेगी
घनघोर अंधेरा है रात में
वो चाह कर भी न आ पाएगी

आ गई जो हिचकियां उसको
सारी पोल खुल जाएगी
कल से उसके बाहर जाने पर
फिर पाबंदी लग जाएगी

है खुद की कोई फिक्र नहीं
उसकी तो थोड़ी फिक्र कर
दोस्तों की महफिल में
न उसका तू ज़िक्र कर

ऐसा नहीं तू ही याद करता है
तेरी भी याद आती है उसको
तू ही नहीं तड़पता उसके लिए
तुझसे मिलने का इंतज़ार है उसको

है परवाह तेरी उसको
बेचैन करती है तेरी उदासी उसको
बहुत इंतज़ार किया है तेरा उसने
अब और न दे तू सज़ा उसको

लेकिन तड़पा रही है
आज भी तेरी खामोशी उसको
न कर अब तू और देर
बना दे अपना जीवन साथी उसको।

Language: Hindi
8 Likes · 4 Comments · 761 Views

Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'

You may also like:
दोहे एकादश ...
दोहे एकादश ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
सत्य ही सनाान है , सार्वभौमिक
सत्य ही सनाान है , सार्वभौमिक
Leena Anand
चलो चले कुछ करते है...
चलो चले कुछ करते है...
AMRESH KUMAR VERMA
..सुप्रभात
..सुप्रभात
आर.एस. 'प्रीतम'
"कश्मकश जिंदगी की"
Dr Meenu Poonia
तुझसें में क्या उम्मीद करू कोई ,ऐ खुदा
तुझसें में क्या उम्मीद करू कोई ,ऐ खुदा
Sonu sugandh
Few incomplete wishes💔
Few incomplete wishes💔
Vandana maurya
Thought
Thought
साहित्य लेखन- एहसास और जज़्बात
उसके सवालों का जवाब हम क्या देते
उसके सवालों का जवाब हम क्या देते
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
बहाव के विरुद्ध कश्ती वही चला पाते जिनका हौसला अंबर की तरह ब
बहाव के विरुद्ध कश्ती वही चला पाते जिनका हौसला अंबर...
Dr.Priya Soni Khare
पिता का आशीष
पिता का आशीष
Prabhudayal Raniwal
धर्मग्रंथों की समीक्षा
धर्मग्रंथों की समीक्षा
Shekhar Chandra Mitra
हिंदी हमारी शान है
हिंदी हमारी शान है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
आसान नहीं होता
आसान नहीं होता
Rohit Kaushik
हादसें पूंछ कर न आएंगे
हादसें पूंछ कर न आएंगे
Dr fauzia Naseem shad
अमृत महोत्सव
अमृत महोत्सव
Mukesh Jeevanand
“ मेरा रंगमंच और मेरा अभिनय ”
“ मेरा रंगमंच और मेरा अभिनय ”
DrLakshman Jha Parimal
दिल की दवा चाहिए
दिल की दवा चाहिए
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*चीख रहा है (गीतिका)*
*चीख रहा है (गीतिका)*
Ravi Prakash
"फर्क"-दोनों में है जीवन
Dr. Kishan tandon kranti
■ कविता / आह्वान करें...!!
■ कविता / आह्वान करें...!!
*Author प्रणय प्रभात*
When you realize that you are the only one who can lift your
When you realize that you are the only one who...
Manisha Manjari
कल चाँद की आँखों से तन्हा अश्क़ निकल रहा था
कल चाँद की आँखों से तन्हा अश्क़ निकल रहा था
'अशांत' शेखर
सहरा से नदी मिल गई
सहरा से नदी मिल गई
अरशद रसूल /Arshad Rasool
दार्जलिंग का एक गाँव सुकना
दार्जलिंग का एक गाँव सुकना
Satish Srijan
बाल्यकाल (मैथिली भाषा)
बाल्यकाल (मैथिली भाषा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
जिस पल में तुम ना हो।
जिस पल में तुम ना हो।
Taj Mohammad
देव भूमि - हिमान्चल
देव भूमि - हिमान्चल
DR ARUN KUMAR SHASTRI
💐प्रेम कौतुक-470💐
💐प्रेम कौतुक-470💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जैसे ये घर महकाया है वैसे वो आँगन महकाना
जैसे ये घर महकाया है वैसे वो आँगन महकाना
Dr Archana Gupta
Loading...