Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jan 2023 · 1 min read

*अपराधी लड़ने चले,लेकर टिकट चुनाव (कुंडलिया)*

*अपराधी लड़ने चले,लेकर टिकट चुनाव (कुंडलिया)*
■■■■■■■■■■■■■■■■■
अपराधी लड़ने चले ,लेकर टिकट चुनाव
जनता के प्रतिनिधि बनें ,मन में इनके चाव
मन में इनके चाव ,मूल्य नैतिक सब ठंडे
दल की लिए नकेल , शीर्ष पर हैं मुस्टंडे
कहते रवि कविराय ,जीत की बाजी साधी
जीतेगी अब सीट , टिकट देकर अपराधी
————————————————–
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 9997615451

30 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from Ravi Prakash

You may also like:
प्रेम
प्रेम
पंकज कुमार कर्ण
2332.पूर्णिका
2332.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
भिनसार हो गया
भिनसार हो गया
Satish Srijan
💐प्रेम कौतुक-359💐
💐प्रेम कौतुक-359💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
निरन्तरता ही जीवन है चलते रहिए
निरन्तरता ही जीवन है चलते रहिए
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
Wishing power and expectation
Wishing power and expectation
Ankita Patel
खंड: 1
खंड: 1
Rambali Mishra
हम तो फ़िदा हो गए उनकी आँखे देख कर,
हम तो फ़िदा हो गए उनकी आँखे देख कर,
Vishal babu (vishu)
बुराइयां हैं बहुत आदमी के साथ
बुराइयां हैं बहुत आदमी के साथ
Shivkumar Bilagrami
राम विवाह कि हल्दी
राम विवाह कि हल्दी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
साकी  (कुंडलिया)*
साकी (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो.....
तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो.....
Neelam Sharma
मेरी कलम
मेरी कलम
Dr.Priya Soni Khare
वो पहली पहली मेरी रात थी
वो पहली पहली मेरी रात थी
Ram Krishan Rastogi
नारी के हर रूप को
नारी के हर रूप को
Dr fauzia Naseem shad
हाइकु
हाइकु
Prakash Chandra
नारी
नारी
Bodhisatva kastooriya
दोहा
दोहा
प्रीतम श्रावस्तवी
जाने कितने ख़त
जाने कितने ख़त
Ranjana Verma
हे प्रभु मेरी विनती सुन लो , प्रभु दर्शन की आस जगा दो
हे प्रभु मेरी विनती सुन लो , प्रभु दर्शन की आस जगा दो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
You are not born
You are not born
Vandana maurya
गांधी जी का चौथा बंदर
गांधी जी का चौथा बंदर
नन्दलाल सिंह 'कांतिपति'
"लड़कर जीना"
Dr. Kishan tandon kranti
नहीं लगता..
नहीं लगता..
Rekha Drolia
"वक्त की औकात"
Ekta chitrangini
*शीत वसंत*
*शीत वसंत*
Nishant prakhar
■ ठीक नहीं आसार
■ ठीक नहीं आसार
*Author प्रणय प्रभात*
हालत खराब है
हालत खराब है
Shekhar Chandra Mitra
चल सजना प्रेम की नगरी
चल सजना प्रेम की नगरी
Sunita jauhari
हनुमानजी
हनुमानजी
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
Loading...