Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Sep 2023 · 1 min read

अपनों में कभी कोई दूरी नहीं होती।

अपनों में कभी कोई दूरी नहीं होती,पर,
आपको हर कोई समझे जरुरी नहीं होती।
हम तो चाहते हैं हर कोई खुश रहे हमसे,पर,
इंसान की हर इच्छा तो पूरी नहीं होती।।

— लोकनाथ ताण्डेय”मधुर”

349 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
🙅गुस्ताख़ी माफ़🙅
🙅गुस्ताख़ी माफ़🙅
*प्रणय प्रभात*
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
अंततः कब तक ?
अंततः कब तक ?
Dr. Upasana Pandey
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Lokesh Sharma
कस्तूरी (नील पदम् के दोहे)
कस्तूरी (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
यूं तेरी आदत सी हो गई है अब मुझे,
यूं तेरी आदत सी हो गई है अब मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
असोक विजयदसमी
असोक विजयदसमी
Mahender Singh
लुट गया है मक़ान किश्तों में।
लुट गया है मक़ान किश्तों में।
पंकज परिंदा
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
Johnny Ahmed 'क़ैस'
इच्छाओं से दूर खारे पानी की तलहटी में समाना है मुझे।
इच्छाओं से दूर खारे पानी की तलहटी में समाना है मुझे।
Manisha Manjari
सहेजे रखें संकल्प का प्रकाश
सहेजे रखें संकल्प का प्रकाश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
थोड़ा थोड़ा
थोड़ा थोड़ा
Satish Srijan
"फूल"
Dr. Kishan tandon kranti
मां शारदे कृपा बरसाओ
मां शारदे कृपा बरसाओ
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
मोदी को सुझाव
मोदी को सुझाव
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
कभी कभी युही मुस्कुराया करो,
कभी कभी युही मुस्कुराया करो,
Manisha Wandhare
"यहाँ चंद लोगों के लिए लिख रहा हूँ मैं ll
पूर्वार्थ
प्रेम का प्रदर्शन, प्रेम का अपमान है...!
प्रेम का प्रदर्शन, प्रेम का अपमान है...!
Aarti sirsat
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
तू है तो फिर क्या कमी है
तू है तो फिर क्या कमी है
Surinder blackpen
2690.*पूर्णिका*
2690.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ये जो नफरतों का बीज बो रहे हो
ये जो नफरतों का बीज बो रहे हो
Gouri tiwari
मंजिल
मंजिल
Kanchan Khanna
जब हम गरीब थे तो दिल अमीर था
जब हम गरीब थे तो दिल अमीर था "कश्यप"।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
समर कैम्प (बाल कविता )
समर कैम्प (बाल कविता )
Ravi Prakash
सफ़र अभी लंबा है...
सफ़र अभी लंबा है...
Ajit Kumar "Karn"
शीश झुकाएं
शीश झुकाएं
surenderpal vaidya
भारत सनातन का देश है।
भारत सनातन का देश है।
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
* लक्ष्य सही होना चाहिए।*
* लक्ष्य सही होना चाहिए।*
नेताम आर सी
ओझल मनुआ मोय
ओझल मनुआ मोय
श्रीहर्ष आचार्य
Loading...