Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Oct 2016 · 1 min read

अपने गुरु हैं देवगुरु…: छंद कुण्डलिया

गुरु पूर्णिमा की हार्दिक बधाई …..

अपने गुरु हैं देवगुरु, उसके शुक्राचार्य.
दोनों का वंदन नमन, बने पूज्य आचार्य.
बने पूज्य आचार्य, बृहस्पति गुरु की माया.
देखे रूप अनेक, ज्ञान सबसे ही पाया.
वेदव्यास के नाम, सिद्ध माला दो जपने.
आया है गुरुपर्व. मना लें मिलकर अपने..

–इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव ‘अम्बर’

198 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
चित्रगुप्त पूजन
चित्रगुप्त पूजन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Yu hi wakt ko hatheli pat utha kar
Yu hi wakt ko hatheli pat utha kar
Sakshi Tripathi
वो रास्ता तलाश रहा हूं
वो रास्ता तलाश रहा हूं
Vikram soni
* चांद बोना पड गया *
* चांद बोना पड गया *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अंतिमदर्शन
अंतिमदर्शन
विनोद सिन्हा "सुदामा"
"आशा" की कुण्डलियाँ"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
*हाय पैसा*  【 *कुंडलिया* 】
*हाय पैसा* 【 *कुंडलिया* 】
Ravi Prakash
गमों के साये
गमों के साये
Swami Ganganiya
मां बाप के प्यार जैसा  कहीं कुछ और नहीं,
मां बाप के प्यार जैसा कहीं कुछ और नहीं,
Satish Srijan
कोन ल देबो वोट
कोन ल देबो वोट
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
रक्षा है उस मूल्य की,
रक्षा है उस मूल्य की,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दिवाली है
दिवाली है
शेख़ जाफ़र खान
சிந்தனை
சிந்தனை
Shyam Sundar Subramanian
जहाँ तक राजनीति विचारधारा का संबंध है यदि वो सटीक ,तर्कसंगत
जहाँ तक राजनीति विचारधारा का संबंध है यदि वो सटीक ,तर्कसंगत
DrLakshman Jha Parimal
भारत की है शान तिरंगा
भारत की है शान तिरंगा
surenderpal vaidya
■ रहस्यमयी कविता
■ रहस्यमयी कविता
*Author प्रणय प्रभात*
मैं ढूंढता हूं जिसे
मैं ढूंढता हूं जिसे
Surinder blackpen
जलवा ए अफ़रोज़।
जलवा ए अफ़रोज़।
Taj Mohammad
✍️एक फ़रियाद..✍️
✍️एक फ़रियाद..✍️
'अशांत' शेखर
"द्वंद"
Saransh Singh 'Priyam'
तू है एक कविता जैसी
तू है एक कविता जैसी
Amit Pathak
बाल कविता : बादल
बाल कविता : बादल
Rajesh Kumar Arjun
SCHOOL..
SCHOOL..
Shubham Pandey (S P)
जिसके हिस्से में
जिसके हिस्से में
Dr fauzia Naseem shad
"सुबह की चाय"
Pushpraj Anant
घर घर तिरंगा अब फहराना है
घर घर तिरंगा अब फहराना है
Ram Krishan Rastogi
खुशनसीब
खुशनसीब
Naushaba Suriya
मुहब्बत क्या है
मुहब्बत क्या है
shabina. Naaz
सुनो स्त्री
सुनो स्त्री
Rashmi Sanjay
परवाह
परवाह
Anamika Singh
Loading...