Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2022 · 1 min read

” अनोखी आत्मीयता “

डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”
=========
नए जमानों के साथ
हमें चलना होगा !
कदम आखिर हमको
मिलाना होगा !!
समाज सीमित परिधिओं
में नहीं रहा !
हमारा दिनप्रतिदिनों का
दायरा बढता रहा !!
निमंत्रण पत्र को दरवाजे पर
फ़ेंक देते हैं !
ईमेल ,व्हात्सप और मेसेस
भेज देते हैं !!
प्रीति-भोज का जमाना है
अब कहाँ ?
प्रेम से सबको खिलाना
अब कहाँ ??
अब तो बुफे सिस्टम का
युगआ गया !
लंगर सिस्टम ही
सबको यूँ भा गया !!
इस दौर में लगता है
सब कुछ पा लिया !
हमने भी प्रतिष्ठा के गगन
को छू लिया !!
आत्मीयता का बोध
होना ही प्रवल है !
कीचड़ के मध्य ही
खिलता कमल है !!
===========
डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
साउन्ड हेल्थ क्लिनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड

Language: Hindi
Tag: कविता
97 Views
You may also like:
चंदू और बकरी चाँदनी
चंदू और बकरी चाँदनी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दोष दृष्टि क्या है ?
दोष दृष्टि क्या है ?
Shivkumar Bilagrami
रूठना
रूठना
Shiva Awasthi
নির্মল নিশ্চল হৃদয় পল্লবিত আত্মজ্ঞান হোক
নির্মল নিশ্চল হৃদয় পল্লবিত আত্মজ্ঞান হোক
Sakhawat Jisan
गुलामी की ट्रेनिंग
गुलामी की ट्रेनिंग
Shekhar Chandra Mitra
■ अटल सच.....
■ अटल सच.....
*Author प्रणय प्रभात*
शेर
शेर
Rajiv Vishal
वो पहली पहली मेरी रात थी
वो पहली पहली मेरी रात थी
Ram Krishan Rastogi
सितारों के बगैर
सितारों के बगैर
Satish Srijan
🙏स्कंदमाता🙏
🙏स्कंदमाता🙏
पंकज कुमार कर्ण
💐प्रेम कौतुक-366💐
💐प्रेम कौतुक-366💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कोई कह दे क्यों मजबूर हुए हम
कोई कह दे क्यों मजबूर हुए हम
VINOD KUMAR CHAUHAN
विचार मंच भाग - 6
विचार मंच भाग - 6
Rohit Kaushik
पूर्व जन्म के सपने
पूर्व जन्म के सपने
RAKESH RAKESH
कोयल कूके
कोयल कूके
Vindhya Prakash Mishra
"अद्भुत हिंदुस्तान"
Dr Meenu Poonia
किस हक से जिंदा हुई
किस हक से जिंदा हुई
कवि दीपक बवेजा
मां का आंचल
मां का आंचल
Ankit Halke jha
इसमें कोई दो राय नहीं है
इसमें कोई दो राय नहीं है
Dr fauzia Naseem shad
शायरी
शायरी
श्याम सिंह बिष्ट
* तिस लाग री *
* तिस लाग री *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*इमरती चखते-चखते (हास्य कुंडलिया)*
*इमरती चखते-चखते (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
शब्द सारे ही लौट आए हैं
शब्द सारे ही लौट आए हैं
Ranjana Verma
✍️मैले है किरदार
✍️मैले है किरदार
'अशांत' शेखर
"ऐ जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
आदिवासी -देविता
आदिवासी -देविता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बाती
बाती
Dr. Girish Chandra Agarwal
अब हम बहुत दूर …
अब हम बहुत दूर …
DrLakshman Jha Parimal
कैसा समाज
कैसा समाज
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
लफ्ज
लफ्ज
shabina. Naaz
Loading...