Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2016 · 1 min read

अनकही बातें

कहने को यूँ दिल में थीं
होंठों पर ठहरी हुईं
कुछ अनकही बातें

लफ़्ज़ों में पिरोई हुई
कागज़ पर उतरी नहीं
हुईं दफ़न सीने में कही
कुछ अनकही बातें

ख्वाबों के सहारे चलते रहे
हम उनसे मिलते बिछड़ते रहे
कई बार कहने को हुईं
पर भीड़ में कहीं दब सी गयीं
कुछ अनकही बातें

सोचता हूँ स्याही का रंग देकर
कागज़ पर उकेरता रहूँ
कि उन तक पहुंचे खतों में कभी
मेरी अनकही बातें

–प्रतीक

Language: Hindi
1 Comment · 775 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जा रहे हो तुम अपने धाम गणपति
जा रहे हो तुम अपने धाम गणपति
विशाल शुक्ल
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
2981.*पूर्णिका*
2981.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ये कमाल हिन्दोस्ताँ का है
ये कमाल हिन्दोस्ताँ का है
अरशद रसूल बदायूंनी
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
मुझे मेरी
मुझे मेरी ""औकात ""बताने वालों का शुक्रिया ।
Ashwini sharma
बेटी
बेटी
Vandna Thakur
ಅದು ಯಶಸ್ಸು
ಅದು ಯಶಸ್ಸು
Otteri Selvakumar
दीपावली की असीम शुभकामनाओं सहित अर्ज किया है ------
दीपावली की असीम शुभकामनाओं सहित अर्ज किया है ------
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"सीमाएँ"
Dr. Kishan tandon kranti
*दादी बाबा पोता पोती, मिलकर घर कहलाता है (हिंदी गजल)*
*दादी बाबा पोता पोती, मिलकर घर कहलाता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
सत्य क्या है ?
सत्य क्या है ?
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
संस्कार मनुष्य का प्रथम और अपरिहार्य सृजन है। यदि आप इसका सृ
संस्कार मनुष्य का प्रथम और अपरिहार्य सृजन है। यदि आप इसका सृ
Sanjay ' शून्य'
*छाया कैसा  नशा है कैसा ये जादू*
*छाया कैसा नशा है कैसा ये जादू*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हम कोई भी कार्य करें
हम कोई भी कार्य करें
Swami Ganganiya
दुनिया की यही यही हकीकत है जिसके लिए आप हर वक्त मौजूद रहते ह
दुनिया की यही यही हकीकत है जिसके लिए आप हर वक्त मौजूद रहते ह
Rj Anand Prajapati
सितारों की तरह चमकना है, तो सितारों की तरह जलना होगा।
सितारों की तरह चमकना है, तो सितारों की तरह जलना होगा।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
करते रहिए भूमिकाओं का निर्वाह
करते रहिए भूमिकाओं का निर्वाह
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
एहसास ए तपिश क्या होती है
एहसास ए तपिश क्या होती है
Shweta Soni
शिवांश को जन्म दिवस की बधाई
शिवांश को जन्म दिवस की बधाई
विक्रम कुमार
कई जिंदगियां महफूज़ रहती हैं,
कई जिंदगियां महफूज़ रहती हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरे प्रेम पत्र
मेरे प्रेम पत्र
विजय कुमार नामदेव
आप हो न
आप हो न
Dr fauzia Naseem shad
हिन्दी पर विचार
हिन्दी पर विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
☎️  फोन जब तार से बंधा था, आदमी आजाद था.. जब से फोन तार से आ
☎️ फोन जब तार से बंधा था, आदमी आजाद था.. जब से फोन तार से आ
Ranjeet kumar patre
* वर्षा ऋतु *
* वर्षा ऋतु *
surenderpal vaidya
आती है जाती है , दिल को भी लुभाती है ,
आती है जाती है , दिल को भी लुभाती है ,
Neelofar Khan
" आज़ का आदमी "
Chunnu Lal Gupta
■ शुभागमन गणराज 💐
■ शुभागमन गणराज 💐
*प्रणय प्रभात*
ना समझ आया
ना समझ आया
Dinesh Kumar Gangwar
Loading...