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10 Aug 2021 · 1 min read

अतीत के सपनों का देखा

मैने घर के आंगन में गुलाब को देखा
उस पर तितलियों के झुरमुट को देखा
विभिन्न रंगों के गुलाबों को देखा
तितलियों को गुलाब पर मंडराते देखा
कभी ऊपर-नीचे कभी दाये-बाये देखा
मैंने उसकी मुद्रा और पंखों को देखा
मैंने उसमें अतीत के सपनों को देखा
उसकी सुन्दरता और खुशबू को देखा
फूल और कांटो को साथ-साथ देखा
मैंने वातावरण को सुगंध से भरे देखा
एक सजग वातावरण बना हो
यह तस्वीर टूट न जाए
एक सुन्दर ख्वाब को देखा
मैंने घर के आंगन में गुलाब को दखा
‘अंजुम’ मन मयूर को नृत्य करते देखा

नाम-मनमोहन लाल गुप्ता
मोबाइल नंबर-9927140483

Language: Hindi
Tag: कविता
3 Likes · 2 Comments · 505 Views
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