Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2023 · 1 min read

अतिथि हूं……

अतिथि हूँ
आखिर कब तक
इस सराय में रहूंगा।

इक दिन अँधेरा
तो होना ही है….
मगर अभी छुट्टी
का वक्त शायद दूर है।

जब वक्त आएगा
तो खबर किसको होगी।

बिन बताये….
बिन बुलाये………
सिमट जाऊँगा।

‘उसके’ आग़ोश में
चला जाऊँगा।

‘घायल’ है तो रवि है
रवि है तो रोशनी भी है।

इक दिन अँधेरा तो होना ही है
उस पल का तलबगार तो हूँ।

पर….
अभी ठहर जा ऐ वक्त…..
अभी मैं कहाँ तय्यार हूँ।

Language: Hindi
159 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बाखुदा ये जो अदाकारी है
बाखुदा ये जो अदाकारी है
Shweta Soni
मंज़िल को तुम्हें यदि पाना हो ,तो चलते चलो तुम रुकना नहीं !
मंज़िल को तुम्हें यदि पाना हो ,तो चलते चलो तुम रुकना नहीं !
DrLakshman Jha Parimal
#लाश_पर_अभिलाष_की_बंसी_सुखद_कैसे_बजाएं?
#लाश_पर_अभिलाष_की_बंसी_सुखद_कैसे_बजाएं?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
ज्योति : रामपुर उत्तर प्रदेश का सर्वप्रथम हिंदी साप्ताहिक
ज्योति : रामपुर उत्तर प्रदेश का सर्वप्रथम हिंदी साप्ताहिक
Ravi Prakash
जवानी के दिन
जवानी के दिन
Sandeep Pande
क्रिसमस दिन भावे 🥀🙏
क्रिसमस दिन भावे 🥀🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
डॉ भीमराव अम्बेडकर
डॉ भीमराव अम्बेडकर
नूरफातिमा खातून नूरी
** हद हो गई  तेरे इंकार की **
** हद हो गई तेरे इंकार की **
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मेरी फितरत तो देख
मेरी फितरत तो देख
VINOD CHAUHAN
देखकर प्यार से मुस्कुराते रहो।
देखकर प्यार से मुस्कुराते रहो।
surenderpal vaidya
भावुक हुए बहुत दिन हो गए
भावुक हुए बहुत दिन हो गए
Suryakant Dwivedi
नौका को सिन्धु में उतारो
नौका को सिन्धु में उतारो
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
4005.💐 *पूर्णिका* 💐
4005.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अभिव्यक्ति - मानवीय सम्बन्ध, सांस्कृतिक विविधता, और सामाजिक परिवर्तन का स्रोत
अभिव्यक्ति - मानवीय सम्बन्ध, सांस्कृतिक विविधता, और सामाजिक परिवर्तन का स्रोत" - भाग- 01 Desert Fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
रमेशराज के 2 मुक्तक
रमेशराज के 2 मुक्तक
कवि रमेशराज
कही दूर नहीं हो ,
कही दूर नहीं हो ,
Buddha Prakash
इत्तिहाद
इत्तिहाद
Shyam Sundar Subramanian
बड़े महंगे महगे किरदार है मेरे जिन्दगी में l
बड़े महंगे महगे किरदार है मेरे जिन्दगी में l
Ranjeet kumar patre
ये मन तुझसे गुजारिश है, मत कर किसी को याद इतना
ये मन तुझसे गुजारिश है, मत कर किसी को याद इतना
$úDhÁ MãÚ₹Yá
इशारा नहीं होता
इशारा नहीं होता
Neelam Sharma
पहली बरसात ....
पहली बरसात ....
sushil sarna
सापटी
सापटी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
2122/2122/212
2122/2122/212
सत्य कुमार प्रेमी
🙅सावधान🙅
🙅सावधान🙅
*प्रणय प्रभात*
शक्तिहीनों का कोई संगठन नहीं होता।
शक्तिहीनों का कोई संगठन नहीं होता।
Sanjay ' शून्य'
जो मुस्किल में छोड़ जाए वो यार कैसा
जो मुस्किल में छोड़ जाए वो यार कैसा
Kumar lalit
‌एक सच्ची बात जो हर कोई जनता है लेकिन........
‌एक सच्ची बात जो हर कोई जनता है लेकिन........
Rituraj shivem verma
"गारा"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी आँखों में देखो
मेरी आँखों में देखो
हिमांशु Kulshrestha
जब वक्त ख़राब हो
जब वक्त ख़राब हो
Sonam Puneet Dubey
Loading...