Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2023 · 1 min read

“अतितॄष्णा न कर्तव्या तॄष्णां नैव परित्यजेत्।

“अतितॄष्णा न कर्तव्या तॄष्णां नैव परित्यजेत्।
शनै: शनैश्च भोक्तव्यं स्वयं वित्तमुपार्जितम् ॥”

भावार्थ : अधिक इच्छाएं नहीं करनी चाहिए पर इच्छाओं का सर्वथा त्याग भी नहीं करना चाहिए। अपने कमाये हुए धन का धीरे-धीरे उपभोग करना चाहिये॥

156 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mukul Koushik
View all
You may also like:
एकता में बल
एकता में बल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हो गए हम बे सफ़र
हो गए हम बे सफ़र
Shivkumar Bilagrami
वो मेरा हो नहीं सकता
वो मेरा हो नहीं सकता
dks.lhp
शोर जब-जब उठा इस हृदय में प्रिये !
शोर जब-जब उठा इस हृदय में प्रिये !
Arvind trivedi
💐Prodigy Love-36💐
💐Prodigy Love-36💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
साथ समय के चलना सीखो...
साथ समय के चलना सीखो...
डॉ.सीमा अग्रवाल
मैं कौन हूँ
मैं कौन हूँ
Vikas Sharma'Shivaaya'
अपनी पहचान को
अपनी पहचान को
Dr fauzia Naseem shad
प्रश्न
प्रश्न
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
পৃথিবীর সবচেয়ে সুন্দর মেয়েদের
পৃথিবীর সবচেয়ে সুন্দর মেয়েদের
Sakhawat Jisan
जिंदगी: एक संघर्ष
जिंदगी: एक संघर्ष
Aditya Prakash
"आम की महिमा"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दोस्त के शादी
दोस्त के शादी
Shekhar Chandra Mitra
पिता
पिता
Kavi Devendra Sharma
पूनम की रात में चांद व चांदनी
पूनम की रात में चांद व चांदनी
Ram Krishan Rastogi
"हास्य व्यंग्य"
Radhakishan R. Mundhra
जबकि तुम अक्सर
जबकि तुम अक्सर
gurudeenverma198
सोने की दस अँगूठियाँ….
सोने की दस अँगूठियाँ….
Piyush Goel
बाल कविता :  पटाखे
बाल कविता : पटाखे
Ravi Prakash
वह माँ नही हो सकती
वह माँ नही हो सकती
Anamika Singh
बेरूख़ी के मार से गुलिस्ताँ बंजर होते गए,
बेरूख़ी के मार से गुलिस्ताँ बंजर होते गए,
_सुलेखा.
" बुलबुला "
Dr Meenu Poonia
कृतिकार का परिचय/
कृतिकार का परिचय/"पं बृजेश कुमार नायक" का परिचय
Pt. Brajesh Kumar Nayak
“इंडिया अगेनेस्ट करप्शन”
“इंडिया अगेनेस्ट करप्शन”
*Author प्रणय प्रभात*
लकीरी की फ़कीरी
लकीरी की फ़कीरी
Satish Srijan
रिश्ते बनाना आसान है
रिश्ते बनाना आसान है
shabina. Naaz
"मैं आज़ाद हो गया"
Lohit Tamta
जिदंगी के कितनें सवाल है।
जिदंगी के कितनें सवाल है।
Taj Mohammad
द्विराष्ट्र सिद्धान्त के मुख्य खलनायक
द्विराष्ट्र सिद्धान्त के मुख्य खलनायक
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अक्सर सोचतीं हुँ.........
अक्सर सोचतीं हुँ.........
Palak Shreya
Loading...