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3 Aug 2024 · 1 min read

अज़ीयत को

तो इस दिल में कहने को
कुछ भी न होता,
अज़ीयत को दिल की अगर
हम समझते।
डॉ० फ़ौज़िया नसीम ‘शाद’

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 63 Views
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