Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jul 2016 · 1 min read

अजनबी

अजनबी के साथ सफर में
हम सफर बनना कितना अच्छा लगता है
उस वक्त नहीं होती
कहीं उम्र
नहीं होता
कोई बन्धन
होता है तो बस
साथ चलते रहने का मन…

देखते रहने का
कहीं दूर
ऊँची पहाड़ियों को
देखते रहने का
उन पर से गिरते झरनों को
दूर बहती नदी को
या……
दूर-दूर तक
फैली रेत
उस पर चलते रहना
नंगें पैर…

चलने को
यूं ही मचल जाता है मन
फिर कहीं होती है झिझक
ये जो अजनबी है
सोचता क्या होगा….?
चाहे वो भी हो
मेरी तरह मस्ती में डूबा
उन ख्वाबों में
जिनको ये जागती आँखें देखती हैं……

सुनील पुष्करणा

Language: Hindi
1 Like · 524 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

अंजाना  सा साथ (लघु रचना ) ....
अंजाना सा साथ (लघु रचना ) ....
sushil sarna
यादों की तुरपाई कर दें
यादों की तुरपाई कर दें
Shweta Soni
इतने बीमार
इतने बीमार
Dr fauzia Naseem shad
मेरी अम्मा
मेरी अम्मा
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
समायोजन
समायोजन
Shyam Sundar Subramanian
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
“ख़ामोश सा मेरे मन का शहर,
“ख़ामोश सा मेरे मन का शहर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हर महीने में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि
हर महीने में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि
Shashi kala vyas
SV3888 - Đăng nhập Nhà Cái SV3888 Casino Uy Tín. Nạp rút tiề
SV3888 - Đăng nhập Nhà Cái SV3888 Casino Uy Tín. Nạp rút tiề
SV3888
बहुत याद आएंगे श्री शौकत अली खाँ एडवोकेट
बहुत याद आएंगे श्री शौकत अली खाँ एडवोकेट
Ravi Prakash
सियासत का खेल
सियासत का खेल
Shekhar Chandra Mitra
अपने किरदार को किसी से कम आकना ठीक नहीं है .....
अपने किरदार को किसी से कम आकना ठीक नहीं है .....
कवि दीपक बवेजा
हम भी तो देखे
हम भी तो देखे
हिमांशु Kulshrestha
सत्य
सत्य
Mahesh Jain 'Jyoti'
शब्द
शब्द
Mandar Gangal
An excuse.
An excuse.
Priya princess panwar
'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ'
'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ'
Bodhisatva kastooriya
कुली
कुली
Mukta Rashmi
जब भी किसी कार्य को पूर्ण समर्पण के साथ करने के बाद भी असफलत
जब भी किसी कार्य को पूर्ण समर्पण के साथ करने के बाद भी असफलत
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हिंदी साहित्य vs हिंदू साहित्य vs सवर्ण साहित्य
हिंदी साहित्य vs हिंदू साहित्य vs सवर्ण साहित्य
Dr MusafiR BaithA
मेरी जातक कथा
मेरी जातक कथा
उमा झा
"इतनी ही जिन्दगी बची"
Dr. Kishan tandon kranti
*छ्त्तीसगढ़ी गीत*
*छ्त्तीसगढ़ी गीत*
Dr.Khedu Bharti
Justice Delayed!
Justice Delayed!
Divakriti
राष्ट्र निर्माण को जीवन का उद्देश्य बनाया था
राष्ट्र निर्माण को जीवन का उद्देश्य बनाया था
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
* फ़लक से उतरी नूर मेरी महबूब *
* फ़लक से उतरी नूर मेरी महबूब *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
महफिल अदब की है
महफिल अदब की है
Manoj Shrivastava
बेजान जिंदगी में बेजान सा हमसफर
बेजान जिंदगी में बेजान सा हमसफर
goutam shaw
भ्रष्ट नेताओं,भ्रष्टाचारी लोगों
भ्रष्ट नेताओं,भ्रष्टाचारी लोगों
Dr. Man Mohan Krishna
Loading...