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14 Jan 2022 · 1 min read

“अच्छी सीरत नहीं”

“अच्छी सीरत नहीं”
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लोगों के बात की उतनी कीमत नहीं ।
सदैव होती उनकी कम फजीहत नहीं ।
ना दिखती सुधार की कोई भी प्रवृत्ति ,
सूरत से सुंदर पर अच्छी सीरत नहीं ।।

स्वरचित एवं मौलिक ।
अजित कुमार “कर्ण” ✍️✍️
किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : 14 / 01 / 2022.
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Language: Hindi
Tag: मुक्तक
4 Likes · 334 Views
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