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27 Nov 2022 · 1 min read

अगर तू नही है जीवन में ये अधखिला रह जाएगा

अगर तू नही है जीवन में ये अधखिला रह जायेगा,
पर दूर तक तन्हाइयों का ये,सिलसिला रह जायेगा।

सुबह भी होगी,शाम भी होगी रोजाना की तरह,
पर ये तेरा फूल,हमेशा ही अधखिला रह जायेगा।

लहरे भी उठेगी समंदर में,ज्वार भाटा भी आयेगा,
पर जिंदगी में आकर,ये जलजला ही रह जायेगा।

चांद निकलेगा आसमां में बिजली भी चमकेगी,
पर बादल का आसमां में सिलसिला रह जायेगा।

इन्कार और इकरार में मिलन होगा अब कैसे ?
अगर मिलन हो भी गया तो फासला रह जायेगा।

रस्तोगी सोचता रहा,ये तन्हाई अब दूर करे कैसे ?
समाधान बहुत से है फिर भी मसला रह जायेगा।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
2 Likes · 3 Comments · 194 Views
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