बहुत हुशियार हो गए है लोग
Dr.SAGHEER AHMAD SIDDIQUI
हम अपने मन की किस अवस्था में हैं
Shivkumar Bilagrami
मेरे हर खूबसूरत सफर की मंज़िल हो तुम,
Vaishnavi Gupta
✍️सिर्फ दो पल...दो बातें✍️
'अशांत' शेखर
श्री गंगा दशहरा द्वार पत्र (उत्तराखंड परंपरा )
श्याम सिंह बिष्ट
यूं तो लगाए रहता है हर आदमी छाता।
सत्य कुमार प्रेमी
✍️क़ुर्बान मेरा जज़्बा हो✍️
'अशांत' शेखर
✍️शब्दांच्या संवेदना...✍️
'अशांत' शेखर
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है |
Pt. Brajesh Kumar Nayak
आफताबे रौशनी मेरे घर आती नहीं।
Taj Mohammad