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17 Jan 2022 · 1 min read

अंबेडकर की तरह

तुम पर कोई ज़ुल्म हो रहा है तो
उसका खुलकर एहतिजाज़ करो!
उठ खड़े होंगे अनगिनत लोग
एक बार बुलंद आवाज़ करो!!
इतनी-सी गुज़ारिश है मेरी
अपने देश के नौजवानों से!
रोहित की तरह खुदकुशी नहीं,
अंबेडकर की तरह इंकलाब करो!!
Shekhar Chandra Mitra

Language: Hindi
Tag: कविता
168 Views
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