Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Nov 2024 · 1 min read

अंधविश्वास से परे प्रकृति की उपासना का एक ऐसा महापर्व जहां ज

अंधविश्वास से परे प्रकृति की उपासना का एक ऐसा महापर्व जहां जाति- धर्म , ऊंच-नीच के बंधन से मुक्त , सामाजिक सौहार्द और सादगी के बीच, घर में बने पकवान के प्रसाद और मधुर गीतों के साथ लोग सीधा देवता से संवाद स्थापित करते है । जहां डूबते सूर्य को साक्षात् अर्घ्य दिया जाता है । छठ एक पर्व नहीं इमोशन है जज्बात है प्रेम है । यह हमें प्रकृति के प्रति समर्पण सिखाती है । आप सभी को छठ महापर्व की हार्दिक बधाई ।
~ब्रजनंदन(विमल)

37 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

"सूने मन के"
Dr. Kishan tandon kranti
न्याय तो वो होता
न्याय तो वो होता
Mahender Singh
आ
*प्रणय*
नव प्रबुद्ध भारती
नव प्रबुद्ध भारती
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
लोकतंत्र का खेल
लोकतंत्र का खेल
Anil chobisa
कविता.
कविता.
Heera S
नारी
नारी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
*मेरी गुड़िया सबसे प्यारी*
*मेरी गुड़िया सबसे प्यारी*
Dushyant Kumar
5. *संवेदनाएं*
5. *संवेदनाएं*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
विकास
विकास
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Hindi Dictionary - डिक्शनरी इंग्लिश टू हिंदी - हिंदी डिक्शनरी | Hindwi Dictionary
Hindi Dictionary - डिक्शनरी इंग्लिश टू हिंदी - हिंदी डिक्शनरी | Hindwi Dictionary
Hindi Dictionary
चंद्रयान-3 और तिरंगा
चंद्रयान-3 और तिरंगा
Naresh Sagar
घनाक्षरी- पेड़ की कृपा
घनाक्षरी- पेड़ की कृपा
आकाश महेशपुरी
*मित्रता*
*मित्रता*
Rambali Mishra
अस्पताल की विवशता
अस्पताल की विवशता
Rahul Singh
मनोभाव
मनोभाव
goutam shaw
झूठ का अंत
झूठ का अंत
Shyam Sundar Subramanian
sp102 ईश्वर ने इतना दिया
sp102 ईश्वर ने इतना दिया
Manoj Shrivastava
*होठ  नहीं  नशीले जाम है*
*होठ नहीं नशीले जाम है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"दु:ख के साये अच्छे थे"
राकेश चौरसिया
झूठो के बीच में मैं सच बोल बैठा
झूठो के बीच में मैं सच बोल बैठा
Ranjeet kumar patre
मोहब्बत में ग़र बेज़ुबानी रहेगी..!
मोहब्बत में ग़र बेज़ुबानी रहेगी..!
पंकज परिंदा
इन्सान की क्या कीमत
इन्सान की क्या कीमत
Ashwini sharma
"करारी हार के ‌शिकार लोग ही,
पूर्वार्थ
सरफरोश
सरफरोश
Shekhar Chandra Mitra
*अर्ध-विराम सही स्थान पर लगाने का महत्व*
*अर्ध-विराम सही स्थान पर लगाने का महत्व*
Ravi Prakash
यादों की किताब
यादों की किताब
Smita Kumari
स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए
स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए
Sonam Puneet Dubey
बुद्ध और अंगुलिमान
बुद्ध और अंगुलिमान
अमित कुमार
सब कुछ मिट गया
सब कुछ मिट गया
Madhuyanka Raj
Loading...