Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Nov 2016 · 1 min read

अंतर्द्वंद

किसी का
किसी पर
कैसा अधिकार
मैं तू से या
तू मैं से
जीवन्त तो नहीं
कैसे मुगालते
पल रहे
क्यूं हम
खुद को ही
छल रहे
निकल नहीं
पाते जीवन भर
फिर भी
खुद से ही
लड़ रहे।

Language: Hindi
1 Like · 309 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from Kokila Agarwal
View all
You may also like:
कृष्णा... अरे ओ कृष्णा...
कृष्णा... अरे ओ कृष्णा...
Seema 'Tu hai na'
आलोचक-गुर्गा नेक्सस वंदना / मुसाफ़िर बैठा
आलोचक-गुर्गा नेक्सस वंदना / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
वर्ल्ड रिकॉर्ड
वर्ल्ड रिकॉर्ड
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जन्माष्टमी विशेष
जन्माष्टमी विशेष
Pratibha Kumari
"चाँद को शिकायत" संकलित
Radhakishan R. Mundhra
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – भातृ वध – 05
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – भातृ वध – 05
Kirti Aphale
जीवन में
जीवन में
Dr fauzia Naseem shad
कोई चाहे कितने भी,
कोई चाहे कितने भी,
नेताम आर सी
शब्द : एक
शब्द : एक
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
**अनहद नाद**
**अनहद नाद**
मनोज कर्ण
✍️वो इंसा ही क्या ✍️
✍️वो इंसा ही क्या ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
कट कर जो क्षितिज की हो चुकी, उसे मांझे से बाँध क्या उड़ा सकेंगे?
कट कर जो क्षितिज की हो चुकी, उसे मांझे से बाँध क्या उड़ा सकेंगे?
Manisha Manjari
हर रास्ते की अपनी इक मंजिल होती है।
हर रास्ते की अपनी इक मंजिल होती है।
Taj Mohammad
“दिव्य दर्शन देवभूमि का” ( यात्रा -संस्मरण )
“दिव्य दर्शन देवभूमि का” ( यात्रा -संस्मरण )
DrLakshman Jha Parimal
बाज़ी
बाज़ी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बचपन-सा हो जाना / (नवगीत)
बचपन-सा हो जाना / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
सपनों के सौदागर बने लोग देश का सौदा करते हैं
सपनों के सौदागर बने लोग देश का सौदा करते हैं
प्रेमदास वसु सुरेखा
" शीशी कहो या बोतल "
Dr Meenu Poonia
आज का भारत
आज का भारत
Shekhar Chandra Mitra
गीत
गीत
Shiva Awasthi
बचा  सको तो  बचा  लो किरदारे..इंसा को....
बचा सको तो बचा लो किरदारे..इंसा को....
shabina. Naaz
*बोले पति कंजूस (हास्य कुंडलिया)*
*बोले पति कंजूस (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ्य
शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ्य
Dr.Rashmi Mishra
मैं घाट तू धारा…
मैं घाट तू धारा…
Rekha Drolia
फितरत को पहचान कर भी
फितरत को पहचान कर भी
Seema gupta,Alwar
ये आज़ादी होती है क्या
ये आज़ादी होती है क्या
Paras Nath Jha
मूकदर्शक
मूकदर्शक
Shyam Sundar Subramanian
शव शरीर
शव शरीर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सच का सौदा
सच का सौदा
अरशद रसूल बदायूंनी
अपने अपने युद्ध।
अपने अपने युद्ध।
Lokesh Singh
Loading...