Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2016 · 1 min read

ग़ज़ल

ए मुहब्बत ज़रा करम कर दे,
इश्क़ को मेरे मोहतरम कर दे।

कर अता वस्ल के हसीं लम्हे,
दूर फ़ुर्क़त का दिल से गम कर दे।

दिल की बंज़र ज़मीन सूखी है,
प्यार की बारिशों से नम कर दे।

सच ही बोलेगी ये ज़ुबाँ मेरी,
चाहे मेरी ज़ुबाँ क़लम कर दे।

दास्ताँ अपने इश्क़ की जानाँ
दिल के किरतास पे रक़म कर दे।

जब सताए फरेब दुनिया के,
आयते इश्क़ पढ़ के दम कर दे।

दीपशिखा सागर-

308 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नई शिक्षा
नई शिक्षा
अंजनीत निज्जर
" ठिठक गए पल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
हर शख्स माहिर है.
हर शख्स माहिर है.
Radhakishan R. Mundhra
समझदारी का तो पूछिए ना जनाब,
समझदारी का तो पूछिए ना जनाब,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
होगा बढ़िया व्यापार
होगा बढ़िया व्यापार
Buddha Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
When you think it's worst
When you think it's worst
Ankita Patel
फटमारा (कुंडलिया)*
फटमारा (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
रेत सी जिंदगी लगती है मुझे
रेत सी जिंदगी लगती है मुझे
Harminder Kaur
मैं खाना खाकर तुमसे चैट करूँगा ।
मैं खाना खाकर तुमसे चैट करूँगा ।
Dr. Man Mohan Krishna
कुछ पंक्तियाँ
कुछ पंक्तियाँ
आकांक्षा राय
हवा में हाथ
हवा में हाथ
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
क्या? किसी का भी सगा, कभी हुआ ज़माना है।
क्या? किसी का भी सगा, कभी हुआ ज़माना है।
Neelam Sharma
गीत नया गाता हूँ
गीत नया गाता हूँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
// अंधविश्वास //
// अंधविश्वास //
Dr. Pradeep Kumar Sharma
भीड़ में खुद को खो नहीं सकते
भीड़ में खुद को खो नहीं सकते
Dr fauzia Naseem shad
■ कहानी घर-घर की।
■ कहानी घर-घर की।
*Author प्रणय प्रभात*
दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश है जो पत्थर में प्राण प्रतिष्ठ
दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश है जो पत्थर में प्राण प्रतिष्ठ
Anand Kumar
3-“ये प्रेम कोई बाधा तो नहीं “
3-“ये प्रेम कोई बाधा तो नहीं “
Dilip Kumar
अंतरंग प्रेम
अंतरंग प्रेम
Paras Nath Jha
ऐसा क्यूं है??
ऐसा क्यूं है??
Kanchan sarda Malu
कविता-मरते किसान नहीं, मर रही हमारी आत्मा है।
कविता-मरते किसान नहीं, मर रही हमारी आत्मा है।
Shyam Pandey
23/91.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/91.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी है खाली गागर देख लो।
जिंदगी है खाली गागर देख लो।
सत्य कुमार प्रेमी
जी-२० शिखर सम्मेलन
जी-२० शिखर सम्मेलन
surenderpal vaidya
हे कौन वहां अन्तश्चेतना में
हे कौन वहां अन्तश्चेतना में
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
महंगाई के आग
महंगाई के आग
Shekhar Chandra Mitra
पानीपुरी (व्यंग्य)
पानीपुरी (व्यंग्य)
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
जय जय हिन्दी
जय जय हिन्दी
gurudeenverma198
"आखिर क्यों?"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...