Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jul 2021 · 1 min read

केहू नइखे दुनिया में माई के तरे

केहू नइखे दुनिया में माई के तरे
■■■■■■■■■■■■■■
केहू नईखे दुनिया मेँ माई के तरे
काहेँ तूँ सतावेलऽ कसाई के तरे

जर लागे बथे कपार चाहेँ गड़े पेट
धावल जाली बैद लगे करेली ना लेट
सुनऽ भाई होली माई दवाई के तरे-
काहेँ तूँ सतावेलऽ कसाई के तरे

रहलऽ तूँ छोटी चुकी माई धोवली धूल
ओही माई खातिर तूँ बोवऽ तार शूल
तबो माई बोलेली मिठाई के तरे-
काहे तूँ सतावेलऽ कसाई के तरे

जड़वा मेँ ओढ़े खातिर रहे ना चादारा
तबो ये भाई जाड़ लागल ना ताहारा
हऽ माई के गोदिया रजाई के तरे
काहे तूँ सतावेलऽ कसाई के तरे-

केहू नईखे दुनिया मेँ माई के तरे

– आकाश महेशपुरी

Language: Bhojpuri
Tag: गीत
2 Likes · 2 Comments · 418 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
" तुम से नज़र मिलीं "
Aarti sirsat
दिवाली
दिवाली
नूरफातिमा खातून नूरी
भला दिखता मनुष्य
भला दिखता मनुष्य
Dr MusafiR BaithA
पुलवामा हमले पर शहीदों को नमन चार पंक्तियां
पुलवामा हमले पर शहीदों को नमन चार पंक्तियां
कवि दीपक बवेजा
!! एक ख्याल !!
!! एक ख्याल !!
Swara Kumari arya
काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं  मैं।
काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं मैं।
Sanjay ' शून्य'
ऐ आसमां ना इतरा खुद पर
ऐ आसमां ना इतरा खुद पर
शिव प्रताप लोधी
ओ मेरी जान
ओ मेरी जान
gurudeenverma198
आम आदमी की दास्ताँ
आम आदमी की दास्ताँ
Dr. Man Mohan Krishna
**मन में चली  हैँ शीत हवाएँ**
**मन में चली हैँ शीत हवाएँ**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"प्यासा"-हुनर
Vijay kumar Pandey
गुलाबी शहतूत से होंठ
गुलाबी शहतूत से होंठ
हिमांशु Kulshrestha
#यादों_का_झरोखा-
#यादों_का_झरोखा-
*Author प्रणय प्रभात*
मैं यूं ही नहीं इतराता हूं।
मैं यूं ही नहीं इतराता हूं।
नेताम आर सी
23/88.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/88.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
मौन जीव के ज्ञान को, देता  अर्थ विशाल ।
मौन जीव के ज्ञान को, देता अर्थ विशाल ।
sushil sarna
Whenever things got rough, instinct led me to head home,
Whenever things got rough, instinct led me to head home,
Manisha Manjari
संत कबीरदास
संत कबीरदास
Pravesh Shinde
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दीवानगी
दीवानगी
Shyam Sundar Subramanian
सच है, दुनिया हंसती है
सच है, दुनिया हंसती है
Saraswati Bajpai
न किसी से कुछ कहूँ
न किसी से कुछ कहूँ
ruby kumari
सादगी मुझमें हैं,,,,
सादगी मुझमें हैं,,,,
पूर्वार्थ
आओ एक गीत लिखते है।
आओ एक गीत लिखते है।
PRATIK JANGID
अरमान
अरमान
Kanchan Khanna
*चंदा दल को दीजिए, काला धन साभार (व्यंग्य कुंडलिया)*
*चंदा दल को दीजिए, काला धन साभार (व्यंग्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
💐अज्ञात के प्रति-95💐
💐अज्ञात के प्रति-95💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
महंगाई के इस दौर में भी
महंगाई के इस दौर में भी
Kailash singh
Loading...