Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Sep 2021 · 1 min read

**अदिमी के का हाल बा**

***********************
सुगना सोचे बइठि खोह में,का अदिमी के हाल बा।
दुसरा के बेहाल बनावत,आज भइल बेहाल बा।।

अपनी बुद्धी के बल पर ऊ,सबके नाच नचा दिहलस।
सब जीउवन के बस में करिके,हाहाकार मचा दिहलस।
आजु कठिन दिन ओकर आइल,गलत न तनिको दाल बा।
दुसरा के बेहाल बनावत ,आज भइल बेहाल बा।।1।।

धरा-गगन-पाताल सभत्तर,कब्जावे में जुटल रहे।
ओकरे कारन कई बेर ले,सृष्टि नियमवो टुटल रहे।।
बर्म्हा के भाई बनिके खुद,चलल बजावे गाल बा।
दुसरा के बेहाल बनावत,आज भइल बेहाल बा।।2।।

बनसपती के करत निरादर,धरती कें नंगा कइलस।
काट-मार के जीया-जनावर,हरो घरी दंगा कइलस।।
आज डेराइल बा बदुरी से,समझत आपन काल बा।
दुसरा के बेहाल बनावत,आज भइल बेहाल बा।।3।।

हमरा खातिर पिंजरा राखे,आपन बोली रटवावेला।
जनवर सब के बान्हि पगहिया,आपन वाला करवावेला।।
हड़कउलस अबहिन ले सबके,ऐकर बड़ा मलाल बा।।
दुसरा के बेहाल बनावत,आज भइल बेहाल बा।।4।।

करनी के फल भोगत बाटे,साँस-साँस के दूलम बा।
पेड़-खूँट बचले जब नइखे,बीपति खुल्लाखूलम बा।।
बाकी सब निहाल देखिके,टूटत ओकर जाल बा।
दुसरा के बेहाल बनावत,आज भइल बेहाल बा।।5।।

**माया शर्मा,पंचदेवरी,गोपालगंज(बिहार)**

Language: Bhojpuri
Tag: गीत
1 Like · 1 Comment · 474 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तेरी आमद में पूरी जिंदगी तवाफ करु ।
तेरी आमद में पूरी जिंदगी तवाफ करु ।
Phool gufran
"जिस में लज़्ज़त वही लाजवाब।
*Author प्रणय प्रभात*
सत्याग्रह और उग्रता
सत्याग्रह और उग्रता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
राम भजन
राम भजन
आर.एस. 'प्रीतम'
2786. *पूर्णिका*
2786. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कौआ और बन्दर
कौआ और बन्दर
SHAMA PARVEEN
प्रेम छिपाये ना छिपे
प्रेम छिपाये ना छिपे
शेखर सिंह
हिन्दी के हित प्यार
हिन्दी के हित प्यार
surenderpal vaidya
संघर्ष से‌ लड़ती
संघर्ष से‌ लड़ती
Arti Bhadauria
'आलम-ए-वजूद
'आलम-ए-वजूद
Shyam Sundar Subramanian
चेहरे का रंग देख के रिश्ते नही बनाने चाहिए साहब l
चेहरे का रंग देख के रिश्ते नही बनाने चाहिए साहब l
Ranjeet kumar patre
लम्हों की तितलियाँ
लम्हों की तितलियाँ
Karishma Shah
(आखिर कौन हूं मैं )
(आखिर कौन हूं मैं )
Sonia Yadav
फनीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस (4 मार्च) पर विशेष
फनीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस (4 मार्च) पर विशेष
Paras Nath Jha
चलना था साथ
चलना था साथ
Dr fauzia Naseem shad
उड़ान
उड़ान
Saraswati Bajpai
ग़ज़ल कहूँ तो मैं ‘असद’, मुझमे बसते ‘मीर’
ग़ज़ल कहूँ तो मैं ‘असद’, मुझमे बसते ‘मीर’
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
खेल,
खेल,
Buddha Prakash
पहाड़ का अस्तित्व - पहाड़ की नारी
पहाड़ का अस्तित्व - पहाड़ की नारी
श्याम सिंह बिष्ट
गोवर्धन गिरधारी, प्रभु रक्षा करो हमारी।
गोवर्धन गिरधारी, प्रभु रक्षा करो हमारी।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"टी शर्ट"
Dr Meenu Poonia
लड्डु शादी का खायके, अनिल कैसे खुशी बनाये।
लड्डु शादी का खायके, अनिल कैसे खुशी बनाये।
Anil chobisa
लोग कहते हैं कि प्यार अँधा होता है।
लोग कहते हैं कि प्यार अँधा होता है।
आनंद प्रवीण
खुले लोकतंत्र में पशु तंत्र ही सबसे बड़ा हथियार है
खुले लोकतंत्र में पशु तंत्र ही सबसे बड़ा हथियार है
प्रेमदास वसु सुरेखा
आओ सर्दी की बाहों में खो जाएं
आओ सर्दी की बाहों में खो जाएं
नूरफातिमा खातून नूरी
फ़लसफ़े - दीपक नीलपदम्
फ़लसफ़े - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दरबारी फनकार
दरबारी फनकार
Shekhar Chandra Mitra
Tum har  wakt hua krte the kbhi,
Tum har wakt hua krte the kbhi,
Sakshi Tripathi
"वक्त के साथ"
Dr. Kishan tandon kranti
शासन अपनी दुर्बलताएँ सदा छिपाता।
शासन अपनी दुर्बलताएँ सदा छिपाता।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Loading...