फ़ालतू बात यही है
फालतू बात यही है, फालतू खून बहा है।
आपकी आँखों से भी, फालतू नीर बहा है।।
वास्ता हमसे नहीं तो, दर्द क्यों तुमको हुआ।
फालतू बात यही है, तुमको अपना जो कहा है।।
फालतू बात यही है—————–।।
अच्छा होता आप ऐसा, पहले कह देते हमको।
चाहते नहीं इतना तुमको, होता नहीं दर्द हमको।।
होती नहीं ऐसी कहानी, होते नहीं दुश्मन ऐसे।
जैसा कि आज तुमने, यहाँ जो सबसे कहा है।।
फालतू बात यही है—————–।।
शर्माना मेरा यहाँ पर, घबराना मेरा सभा में।
हँसना तेरा भी हम पर, गैरों के संग सभा में।।
खयाल था सिर्फ तुम्हारा,खामोश इसलिए रहे।
तुमने हमको किया बदनाम, तेरा सम्मान किया है।।
फालतू बात यही है—————–।।
पर्दे में चेहरा तुम्हारा, होगा यह सोचा नहीं था।
करोगे खून हमारा, ऐसा शक हमको नहीं था।।
अब हुआ हमको अफसोस, घर जो छोड़ा अपना।
बेवफा ऐसे दिल से , वास्ता क्यों यह रहा है।।
फालतू बात यही है ———————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847