Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Aug 2016 · 1 min read

है धरा प्यासी बुझा दे तू जरा सी प्यास

है धरा प्यासी बुझा दे तू जरा सी प्यास
सींच दे आकर फसल हलधर लगाये आस
भीग जायें सुन हमारे गीत के भी बोल
ऐ घटा तू आज फिर ऐसा रचा दे रास
डॉ अर्चना गुप्ता

2 Comments · 584 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
3051.*पूर्णिका*
3051.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*आम आदमी क्या कर लेगा, जब चाहे दुत्कारो (मुक्तक)*
*आम आदमी क्या कर लेगा, जब चाहे दुत्कारो (मुक्तक)*
Ravi Prakash
सौंदर्य मां वसुधा की
सौंदर्य मां वसुधा की
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नारी
नारी
नन्दलाल सुथार "राही"
तू ज़रा धीरे आना
तू ज़रा धीरे आना
मनोज कुमार
शे’र/ MUSAFIR BAITHA
शे’र/ MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
जिंदगी
जिंदगी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
शर्म करो
शर्म करो
Sanjay ' शून्य'
हिंदी दिवस पर एक आलेख
हिंदी दिवस पर एक आलेख
कवि रमेशराज
ତାଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ
ତାଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ
Otteri Selvakumar
माॅ प्रकृति
माॅ प्रकृति
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
बच कर रहता था मैं निगाहों से
बच कर रहता था मैं निगाहों से
Shakil Alam
बुद्धिमान बनो
बुद्धिमान बनो
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – तपोभूमि की यात्रा – 06
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – तपोभूमि की यात्रा – 06
Kirti Aphale
पिछले पन्ने 3
पिछले पन्ने 3
Paras Nath Jha
दुनिया की ज़िंदगी भी
दुनिया की ज़िंदगी भी
shabina. Naaz
होली की पौराणिक कथाएँ।।।
होली की पौराणिक कथाएँ।।।
Jyoti Khari
■ इन दिनों...
■ इन दिनों...
*Author प्रणय प्रभात*
दिन में रात
दिन में रात
MSW Sunil SainiCENA
मन मेरा मेरे पास नहीं
मन मेरा मेरे पास नहीं
Pratibha Pandey
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
*परियों से  भी प्यारी बेटी*
*परियों से भी प्यारी बेटी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सफर में महबूब को कुछ बोल नहीं पाया
सफर में महबूब को कुछ बोल नहीं पाया
Anil chobisa
हड़ताल
हड़ताल
नेताम आर सी
“मेरी कविता का सफरनामा ”
“मेरी कविता का सफरनामा ”
DrLakshman Jha Parimal
अपना समझकर ही गहरे ज़ख्म दिखाये थे
अपना समझकर ही गहरे ज़ख्म दिखाये थे
'अशांत' शेखर
सज्जन पुरुष दूसरों से सीखकर
सज्जन पुरुष दूसरों से सीखकर
Bhupendra Rawat
मीडिया पर व्यंग्य
मीडिया पर व्यंग्य
Mahender Singh
ज़िंदगी
ज़िंदगी
Dr fauzia Naseem shad
In the middle of the sunflower farm
In the middle of the sunflower farm
Sidhartha Mishra
Loading...