Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Feb 2018 · 3 min read

फीका त्योहार !

सुबह सुबह सुदूर पहाड़ियों पर फैला श्वेत बर्फ को निहारते हुवें कश्मीर के सीमावर्ती इलाके में तैनात फौजी पांडेय जी कहवा की चुस्कियां लगा ही रहे थे कि पास पड़े फोन ने उनका ध्यान आकर्षित किया!
आज होली जो है, घर से दूर सही पर कोई अपनों के दिल से कैसे दूर हो, सुबह से बधाइयों का तांता लगा था, इस बार फोन पर उनकी पत्नी किरण थी, कुछ शिकवे शिकायत के बाद मनुहार शुरू ही हुई कि अचानक गोलियों की आवाज़ से घाटी दहल उठी, जिज्ञासा और कौतूहल के बीच उसे छोड़ पांडेय जी संतरी की तरफ दौड़ पड़े! पता चला पड़ोसियों ने होली को दीपावली में तब्दील कर दिया है!!
उधर ऊहापोह की स्थिति में पांडेय जी की वीबी किरण भुनभुनाते हुवें अपने घरेलू काम में लग गयी, जैसे उसके लिए ये रोज की बात हो, हो भी क्यों न कभी फुर्सत में ढंग से बात हो तब न, हमेशा का ही तो है ये, कभी तो समय निकालते लेकिन नहीं आज त्योहार में जहां लोग अपनी वीबी बच्चों के साथ आनन्दित है और वो, नौकरी नहीं सौतन! वैसे भी आज रोज से ज्यादा काम! माता जी भी तो पंडित जी को खिलाने को बुलाने गयी जैसे आज ही खिलाना जरूरी हो!!
पंडित जी को खिला कर अभी निर्वित्त हुई नहीं की बेटे अंश की ज़िद, उसे भी तो पिचकारी चाहिए और वो भी बंदुक वाला, फौजी का बेटा जो ठहरा, पापा आये होते तो पता नहीं क्या क्या खिलौने लाते! पंडित जी भी तो खाते हुए सही बताए, वो आये होते तो खीर फीका नहीं होता!!
अभी दोपहर हुआ नहीं की दरवाज़े पर होली गाने वाले भी टपक पड़े, उनकी होली बिना बख्शिश लिए पूरी भी हो तो कैसे, वो भी इस फौजी के घर से, अभी पिछली बार वो छुट्टी पर थे तो बख्शिश के साथ बोतल भी जो मिला था! अभी तो शाम तलक!!
क्या अजीब सुबह के बधाई व रंग अभी उतरे नहीं की अबीर का दौर शुरू हो चला, आज सांस लेने की भी फुरसत नहीं मिली, इसी उधेड़बुन में जैसे ही टेलिविजन खोली की हाँथों के बर्तन छन्नाक से छूट कर ज़मीन पर गिर पड़ा और एक आह निकली जैसे कलेजा मुँह को आ गया हो, उधर माता जी की भी चीख निकल गयी कारण अंदर के कमरे से बैठक में आती हुई टेलीविजन की आवाज़ शनैः शनैः तीव्र होने लगी!!
-आज का मुख्य समाचार….
-आज फिर भारत पाक सीमा पर पाकिस्तान ने किया सीज फायर का उल्लंघन!
-सुबह से ही पाकिस्तान के तरफ से भारतीय पोस्टों पर भारी बम बारी!
-भारतीय जवानों ने भी की जवाबी कार्रवाई!
-दो भारतीय जवान शहीद………
घटनाक्रम से लगभग ०३ महीने बीत चुके आज माता जी के पाँव ज़मीन पर ही नहीं पड़ रहें, सुंदरकांड का पाठ जो रखवाई हैं, उनका त्योहार तो आज ही है! फौजी बेटा जो आज छुट्टी आ रहा है, वो भी पूरे ६० दिन की!!
उस दिन टेलीविजन पर खबर सुन के जो घर में सन्नाटा फैल गया था, अगर फोन नहीं आया होता तो बूढ़े पिताजी का क्या होता चिंताग्रस्त उनकी तो बोली ही बंद हो गयी थी!!
६० दिन तो यूँ निकल गए शुक्र रहा कि अंश का २३ अगस्त के जन्मदिन मना पाएं, नहीं तो उसकी शिकायतों का पिटारा कहाँ खाली होता! अब अगली छुट्टी का क्या भरोसा कब मिले, त्योहारों पर तो बिल्कुल भी नहीं!!
वो क्या हैं कि पिछली दीपावली में उनके पलटन रिसाला परिवार के बीच प्रधानमंत्री जी जो आये थे दीपावली मनाने और सारे रिसलियनों का मनोबल बढ़ाने, तो हो सकता है कि इस बार भी कोई न कोई आये उन फौजियों का हिम्मत बढ़ाने!!
इस बार छुट्टी खत्म होने के बाद फौज़ी पांडेय जी घर का बना ठेकुआ और लड्डू ले जाना नहीं भूले! अपने उन साथियों के लिए जो उनके साथ रहते हैं और जिनके बिना उनके घरवालों का भी त्योहार, ”फीका त्योहार” रहता हैं !!

@कथनांक :-
©® पांडेय चिदानंद “चिद्रूप”
(सर्वाधिकार सुरक्षित ०९/०२/२०१८)

संक्षिप्त परिचय :-
नाम:- पाण्डेय चिदानन्द
साहित्यिक उपनाम :- “चिद्रूप”
शिक्षा:- स्नातक (हिंदी संकाय)
व्यवसाय:- नौकरी (भारतीय सेना)

स्थाई पता :-
नाम :- पाण्डेय चिदानन्द “चिद्रूप”
सुपुत्र :- श्री सुर्यनाथ पांडेय
“अकवि” (कवि जी)
ग्राम+पोस्ट :- रेवतीपुर,
बेसहन पट्टी (देवी स्थान)
ज़िला :- गाज़ीपुर
उत्तरप्रदेश
पिन :- २३२३२८

Language: Hindi
12 Likes · 1 Comment · 725 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कोयल (बाल कविता)
कोयल (बाल कविता)
नाथ सोनांचली
*मेरी इच्छा*
*मेरी इच्छा*
Dushyant Kumar
पुलवामा शहीद दिवस
पुलवामा शहीद दिवस
Ram Krishan Rastogi
असंतुष्ट और चुगलखोर व्यक्ति
असंतुष्ट और चुगलखोर व्यक्ति
Dr.Rashmi Mishra
कमबख़्त इश़्क
कमबख़्त इश़्क
Shyam Sundar Subramanian
धोखे का दर्द
धोखे का दर्द
Sanjay ' शून्य'
सुबह की चाय हम सभी पीते हैं
सुबह की चाय हम सभी पीते हैं
Neeraj Agarwal
जरूरी नहीं की हर जख़्म खंजर ही दे
जरूरी नहीं की हर जख़्म खंजर ही दे
Gouri tiwari
चुनावी चोचला
चुनावी चोचला
Shekhar Chandra Mitra
रिश्तो की कच्ची डोर
रिश्तो की कच्ची डोर
Harminder Kaur
🎂जन्मदिन की अनंत शुभकामनाये🎂
🎂जन्मदिन की अनंत शुभकामनाये🎂
Dr Manju Saini
"प्रेरणा के स्रोत"
Dr. Kishan tandon kranti
अपने-अपने चक्कर में,
अपने-अपने चक्कर में,
Dr. Man Mohan Krishna
बाहरी वस्तु व्यक्ति को,
बाहरी वस्तु व्यक्ति को,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जागो जागो तुम सरकार
जागो जागो तुम सरकार
gurudeenverma198
Kbhi Karib aake to dekho
Kbhi Karib aake to dekho
Sakshi Tripathi
चाय जैसा तलब हैं मेरा ,
चाय जैसा तलब हैं मेरा ,
Rohit yadav
हमारी तुम्हारी मुलाकात
हमारी तुम्हारी मुलाकात
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
#मुक्तक
#मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
संघर्ष
संघर्ष
विजय कुमार अग्रवाल
डॉ. अम्बेडकर ने ऐसे लड़ा प्रथम चुनाव
डॉ. अम्बेडकर ने ऐसे लड़ा प्रथम चुनाव
कवि रमेशराज
विनती सुन लो हे ! राधे
विनती सुन लो हे ! राधे
Pooja Singh
तुम्हारी आँखें...।
तुम्हारी आँखें...।
Awadhesh Kumar Singh
प्रेम
प्रेम
Rashmi Sanjay
आंख में बेबस आंसू
आंख में बेबस आंसू
Dr. Rajeev Jain
राजनीति अब धुत्त पड़ी है (नवगीत)
राजनीति अब धुत्त पड़ी है (नवगीत)
Rakmish Sultanpuri
*जमीं भी झूमने लगीं है*
*जमीं भी झूमने लगीं है*
Krishna Manshi
चाहे मिल जाये अब्र तक।
चाहे मिल जाये अब्र तक।
Satish Srijan
*कोई मंत्री बन गया, छिना किसी से ताज (कुंडलिया)*
*कोई मंत्री बन गया, छिना किसी से ताज (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
2632.पूर्णिका
2632.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Loading...