Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2022 · 1 min read

शीर्षक:कमाल लेखनी का

शीर्षक:कमाल लेखनी का

मेरी लेखनी के रूप देखो कैसे कैसे सजते हैं
कवि के हाथ आये तो शब्दरूप ले बयां होती हैं
उसके भीतर के जज्बात कागज पर उकेर देती हैं
हूबहू जो मैं कहना चाहती लेखिका लिख देती हैं

इतिहास को पटल पर रख सामने सभी के
अतीत के पन्ने पलटती स्वयं का रूप दिखाती हैं
वैसे ही जैसे काल का ग्रास बना हो समय
उसी रूप में समक्ष प्रस्तुत करती नजर आती है

अफसरों के जेबों में आ जाये तो
लिखती है कमाल वही जो चाहे सिर्फ वही
गलत या सही जैसे उसको दी जाती है धार
अफसर की कलम देखो कैसे कैसे चलती हैं

प्रेमी से हाथ आये तो उसका इश्क लिखती है
इश्क़ के प्रेमपत्रों को देती जान शब्दो मे प्राण
करती है प्रेमिका को लालायित प्रेम जाल के लिए
युगल को देती सम्बल पत्र रूप में शब्दों के द्वारा

देश के दीवानों के हाथ आये तो लिख जाती हैं
वीरो की शहादत अपनी नुकीली नोंक की धार से
कह जाती हैं वीरो जी गाथा अमर करती व्यथा
कह देती हैं इंकलाब माँ भारती को प्यार,बलिदान

शिक्षक के हाथ आये तो बनाती भविष्य देश का
नोनिहालों को संवारती देश की खातिर
लिख देती है भविष्य छात्र का शिक्षक रूप में
देखो मेरी कलम करती हैं कमाल हर क्षेत्र में
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद

Language: Hindi
1 Like · 103 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Manju Saini
View all
You may also like:
गया दौरे-जवानी गया गया तो गया
गया दौरे-जवानी गया गया तो गया
shabina. Naaz
मैं छोटी नन्हीं सी गुड़िया ।
मैं छोटी नन्हीं सी गुड़िया ।
लक्ष्मी सिंह
गीतिका-
गीतिका-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अब तुझे रोने न दूँगा।
अब तुझे रोने न दूँगा।
Anil Mishra Prahari
बाल चुभे तो पत्नी बरसेगी बन गोला/आकर्षण से मार कांच का दिल है भामा
बाल चुभे तो पत्नी बरसेगी बन गोला/आकर्षण से मार कांच का दिल है भामा
Pt. Brajesh Kumar Nayak
कठिनाई  को पार करते,
कठिनाई को पार करते,
manisha
आग हूं... आग ही रहने दो।
आग हूं... आग ही रहने दो।
Anil "Aadarsh"
जीवन के रूप (कविता संग्रह)
जीवन के रूप (कविता संग्रह)
Pakhi Jain
मन की कसक
मन की कसक
पंछी प्रगति
रिश्तों को साधने में बहुत टूटते रहे
रिश्तों को साधने में बहुत टूटते रहे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
परिवार
परिवार
नवीन जोशी 'नवल'
■ अटल सत्य...
■ अटल सत्य...
*Author प्रणय प्रभात*
मेरा सुकून
मेरा सुकून
Umesh Kumar Sharma
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
" यही सब होगा "
Aarti sirsat
आफ़त
आफ़त
सुशील कुमार सिंह "प्रभात"
हमसे बात ना करो।
हमसे बात ना करो।
Taj Mohammad
तेरी यादों को रखा है सजाकर दिल में कुछ ऐसे
तेरी यादों को रखा है सजाकर दिल में कुछ ऐसे
Shweta Soni
वो बातें
वो बातें
Shyam Sundar Subramanian
पाया तो तुझे, बूंद सा भी नहीं..
पाया तो तुझे, बूंद सा भी नहीं..
Vishal babu (vishu)
मशाल
मशाल
नेताम आर सी
श्री कृष्ण जन्माष्टमी...
श्री कृष्ण जन्माष्टमी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
दिव्य ज्योति मुखरित भेल ,ह्रदय जुड़ायल मन हर्षित भेल !पाबि ले
दिव्य ज्योति मुखरित भेल ,ह्रदय जुड़ायल मन हर्षित भेल !पाबि ले
DrLakshman Jha Parimal
मैं तूफान हूँ जिधर से गुजर जाऊँगा
मैं तूफान हूँ जिधर से गुजर जाऊँगा
VINOD CHAUHAN
साहसी बच्चे
साहसी बच्चे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
माता के नौ रूप
माता के नौ रूप
Dr. Sunita Singh
अखंड भारत
अखंड भारत
कार्तिक नितिन शर्मा
घर में दो लाचार (कुंडलिया)*
घर में दो लाचार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"सफलता"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम्हारी है जुस्तजू
तुम्हारी है जुस्तजू
Surinder blackpen
Loading...