Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 May 2022 · 1 min read

शासन वही करता है

देश की जनता पर, शासन वही करता है।
जो देश की जनता का,दिल से भला करता है।।
देश की जनता पर———————।।

लोकतांत्रिक देश में, जनता शासक चुनती है।
जनता विरोधी शासन को, जनता बदल देती है।।
अत्याचारी शासन देश में, ज्यादा नहीं चलता है।
जो प्यार दे जनता को, शासन वही टिकता है।।
देश की जनता पर——————–।।

जनता के दुःखों को दूर, करता है जो शासन।
जनता को हर सुविधा, देता है सदा जो शासन।।
जनता को जो शासन, परिवार अपना कहता है।
जनता को जो दे इज्जत,शासन वही बचता है।।
देश की जनता पर——————–।।

हिटलरवादी शासन,जनता का दुश्मन होता है।
ऐसा शासन तो सच में, पापी-हत्यारा होता है।।
खुशहाल देश की जनता को, जो शासन रखता है।
ऐसा ही शासन देश में, कई वर्षों तक चलता है।।
देश की जनता पर———————-।।

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847

Language: Hindi
Tag: गीत
250 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दिल को समझाने का ही तो सारा मसला है
दिल को समझाने का ही तो सारा मसला है
shabina. Naaz
जीवन तुम्हें जहां ले जाए तुम निर्भय होकर जाओ
जीवन तुम्हें जहां ले जाए तुम निर्भय होकर जाओ
Ms.Ankit Halke jha
बिल्ली मौसी (बाल कविता)
बिल्ली मौसी (बाल कविता)
नाथ सोनांचली
घिन लागे उल्टी करे, ठीक न होवे पित्त
घिन लागे उल्टी करे, ठीक न होवे पित्त
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दो दोस्तों में दुश्मनी - Neel Padam
दो दोस्तों में दुश्मनी - Neel Padam
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
पुण्य धरा भारत माता
पुण्य धरा भारत माता
surenderpal vaidya
नवरात्रि की शुभकामनाएँ। जय माता दी।
नवरात्रि की शुभकामनाएँ। जय माता दी।
Anil Mishra Prahari
बेटियां!दोपहर की झपकी सी
बेटियां!दोपहर की झपकी सी
Manu Vashistha
कर्म-बीज
कर्म-बीज
Ramswaroop Dinkar
अच्छा ही हुआ कि तुमने धोखा दे  दिया......
अच्छा ही हुआ कि तुमने धोखा दे दिया......
Rakesh Singh
"चापलूसी"
Dr. Kishan tandon kranti
फ़ितरत
फ़ितरत
Manisha Manjari
काव्य की आत्मा और रागात्मकता +रमेशराज
काव्य की आत्मा और रागात्मकता +रमेशराज
कवि रमेशराज
अज़ाँ दिलों की मसाजिद में हो रही है 'अनीस'
अज़ाँ दिलों की मसाजिद में हो रही है 'अनीस'
Anis Shah
आखिर वो तो जीते हैं जीवन, फिर क्यों नहीं खुश हम जीवन से
आखिर वो तो जीते हैं जीवन, फिर क्यों नहीं खुश हम जीवन से
gurudeenverma198
मंदिर की नींव रखी, मुखिया अयोध्या धाम।
मंदिर की नींव रखी, मुखिया अयोध्या धाम।
विजय कुमार नामदेव
देकर घाव मरहम लगाना जरूरी है क्या
देकर घाव मरहम लगाना जरूरी है क्या
Gouri tiwari
3197.*पूर्णिका*
3197.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नया मानव को होता दिख रहा है कुछ न कुछ हर दिन।
नया मानव को होता दिख रहा है कुछ न कुछ हर दिन।
सत्य कुमार प्रेमी
आँखे मूंदकर
आँखे मूंदकर
'अशांत' शेखर
जगमगाती चाँदनी है इस शहर में
जगमगाती चाँदनी है इस शहर में
Dr Archana Gupta
इश्क में आजाद कर दिया
इश्क में आजाद कर दिया
Dr. Mulla Adam Ali
ग़ज़ल/नज़्म - प्यार के ख्वाबों को दिल में सजा लूँ तो क्या हो
ग़ज़ल/नज़्म - प्यार के ख्वाबों को दिल में सजा लूँ तो क्या हो
अनिल कुमार
आशिकी
आशिकी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
" खुशी में डूब जाते हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
अहमियत
अहमियत
Dr fauzia Naseem shad
हरा-भरा अब कब रहा, पेड़ों से संसार(कुंडलिया )
हरा-भरा अब कब रहा, पेड़ों से संसार(कुंडलिया )
Ravi Prakash
शिर्डी के साईं बाबा
शिर्डी के साईं बाबा
Sidhartha Mishra
प्रकृति का विनाश
प्रकृति का विनाश
Sushil chauhan
चली ये कैसी हवाएं...?
चली ये कैसी हवाएं...?
Priya princess panwar
Loading...