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23 Oct 2016 · 1 min read

“शहर को दुआ देते हैं”

किसी के आसूंओं को पोंछ कर, हंसा देते हैं !
इस बार, दिवाली कुछ इस तरह मना लेते हैं !!
बहुत शोर हो रहा है , बम-पटाखों का यहां,
चलो, सब मिलकर इस शहर को दुआ देते हैं !
तेरी रसोई में तो रोज दिवाली रहती है, दोस्त,
आज किसी भूखे शख्श को मिठाई,खिला देतें है!

Language: Hindi
Tag: शेर
232 Views
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